scriptखरखरा-मोहंदीपाठ नहर की लाइनिंग में घटिया सामग्री का उपयोग, किसान आक्रोशित | सिब्दी-बुढ़ानपुर पंचायत का मामला: उचित स्थान पर सीढ़ी व कुलापा नहीं बना रहे | Patrika News
बालोद

खरखरा-मोहंदीपाठ नहर की लाइनिंग में घटिया सामग्री का उपयोग, किसान आक्रोशित

सिब्दी-बुढ़ानपुर ग्राम पंचायत क्षेत्र में खरखरा-मोहंदीपाठ परियोजना की मुख्य नहर में लाइनिंग का काम चल रहा है। किसानों ने इसमें गुणवत्ताहीन कार्य व खराब मटेरियल का उपयोग करने का आरोप लगाया है। साथ ही उचित स्थान पर कुलापा एवं सीढ़ी भी नहीं बनाई जा रही है। लगभग 500 एकड़ के किसानों को सिंचाई करने में परेशानी होगी।

बालोदJun 20, 2024 / 11:48 pm

Chandra Kishor Deshmukh

सिब्दी-बुढ़ानपुर ग्राम पंचायत क्षेत्र में खरखरा-मोहंदीपाठ परियोजना की मुख्य नहर में लाइनिंग का काम चल रहा है। किसानों ने इसमें गुणवत्ताहीन कार्य व खराब मटेरियल का उपयोग करने का आरोप लगाया है। साथ ही उचित स्थान पर कुलापा एवं सीढ़ी भी नहीं बनाई जा रही है। लगभग 500 एकड़ के किसानों को सिंचाई करने में परेशानी होगी।

Poor quality work सिब्दी-बुढ़ानपुर ग्राम पंचायत क्षेत्र में खरखरा-मोहंदीपाठ परियोजना की मुख्य नहर में लाइनिंग का काम चल रहा है। किसानों ने इसमें गुणवत्ताहीन कार्य व खराब मटेरियल का उपयोग करने का आरोप लगाया है। साथ ही उचित स्थान पर कुलापा एवं सीढ़ी भी नहीं बनाई जा रही है। लगभग 500 एकड़ के किसानों को सिंचाई करने में परेशानी होगी। कभी भी लाइनिंग के अंदर कोई मवेशी पानी पीने के लिए नीचे चला जाता है तो उसे ऊपर आने में भी बहुत परेशानी होगी। इन मुद्दों को ध्यान रखते हुए बुढ़ानपुर के धनंजय देशमुख एवं 7 से 8 किसानों ने निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। ठेकेदार के सुपरवाइजर के सामने समस्याएं रखी।

मिट्टीयुक्त रेत का कर रहे उपयोग
मिट्टीयुक्त रेत का कर रहे उपयोग

गड़बड़ी दूर करने पर नहीं दे रहे ध्यान

सिब्दी किसान खोमलाल साहू ने कहा कि 500 से 600 एकड़ जमीन की सिंचाई सिंगारपुर और बुढ़ानपुर के बीच बने कुलापा से होती आ रही है। इसके लिए सुपरवाइजर को कई बार बोल चुका हूं लेकिन उचित उत्तर नहीं मिला। लाइनिंग के काम में बीच-बीच पर सीढिय़ां के लिए भी कहा, लेकिन ध्यान नहीं दिया। सीढिय़ां बनाना जरूरी है, क्योंकि मवेशी कहीं पानी पीने नीचे जाए तो ऊपर आसानी से आ सके।

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रेत मिट्टीयुक्त उपयोग कर रहे हैं

बुढ़ानपुर के किसान धनंजय कुमार देशमुख ने कहा कि मजदूरों से मटेरियल की जानकारी मांगी गई तो उन्होंने कहा कि जो इंजीनियर ने बोला, वह कर रहे हैं। मैंने देखा कि रेत पूरी तरह मिट्टीयुक्त है। निर्माण में सीमेंट का भी कम उपयोग किया जा रहा है, जो ढलाई मटेरियल डालना चाहिए, उसके बजाए, बेस मटेरियल डाला जा रहा है। सही ढंग से तराई भी नहीं की जा रही है। शासन-प्रशासन अच्छा काम कराए या फिर बंद कर दे। इस दौरान ग्रामीण योगेंद्र देशमुख, नोखेराम देशमुख, कुशल देशमुख, ओमकार देशमुख, मुरली देशमुख उपस्थित रहे।

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विभाग आदेश करेगा सब चीज बनाएंगे

ठेकेदार के सुपरवाइजर विजयभान सिंह ने कहा कि सिंचाई विभाग आदेशित करता है तो हम लोग सब चीज बनाने तैयार हैं। सरकारी इंजीनियर के निरीक्षण के बारे में पूछने पर कहा कि इंजीनियर हफ्ते में एक दिन विजिट के लिए आते हैं।

मटेरियल की मात्रा ठीक है

सिंचाई विभाग के इंजीनियर अभिषेक ने बताया कि निर्माण बिल्कुल सही हो रहा है। मटेरियल की मात्रा ठीक है। रेत थोड़ी सी खराब है, उसके लिए मैं बोल चुका हूं। किसान कुलापा के लिए बोल रहे हैं, उसे भी जल्दी बनवा दूंगा। सीढ़ी फिलहाल अभी नहीं बन सकती है।

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