मुख्यमंत्री सहायता कोष से कराएंगे इलाज
कलेक्टर ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल स्वास्थ्य विभाग के सीएमएचओ डॉ. एसके मंडल को उपचार से संबंधित दवाइयां नि:शुल्क देने व मुख्यमंत्री सहायता कोष के तहत आगे का भी इलाज नि:शुल्क कराने की बात कही।
गिरने से सिर में जम गया था खून का थक्का
पिता नंदकुमार ने बताया कि बेटी यूशिका छह वर्ष पूर्व आंगनबाड़ी में पढ़ाई करने गई थी। इस दौरान खेल-खेल में वह गिर गई। गिरने से यूशिका के सिर में अंदरूनी चोट आई थी और सिर में खून का थक्का जम गया था, जिसके कारण सिर दर्द के अलावा अन्य दिक्कतें हो रही थी। इलाज के लिए अलग-अलग अस्पतालों में भटकना पड़ा। वहीं सिटी स्कैन कराकर भिलाई के निजी अस्पताल में उपचार कराया। आयुष्मान कार्ड से उपचार हुआ, जिसमें पूरे 5 लाख रुपए खर्च हो गए। ऑपरेशन करीब 3 माह पूर्व हुआ है और आंखों की रौशनी भी चली गई। उन्होंने बताया कि परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण उपचार नहीं करा पा रहे हैं। इसलिए कलेक्टर से मदद की गुहार लगाने आए हैं।
फिलहाल दवाई से उपचार करेंगे
कलेक्टर के निर्देशन में स्वास्थ्य विभाग के सीएमएचओ डॉ. एसके मंडल ने बच्ची को जिला अस्पताल में नि:शुल्क दवाई दी। सीएचएमओ ने कहा कि फिलहाल दवाई से बच्ची का उपचार करेंगे। दवाई नि:शुल्क रहेगी। आने वाले समय में आंख की भी जांच कराएंगे। उपचार संभव होगा तो मुख्यमंत्री सहायता कोष के माध्यम से इलाज कराया जाएगा।