कैंंप लगाकर किया जा रहा इलाज
स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर प्राथमिक विद्यालय में अस्थाई कैंप लगाकर इलाज शुरू किया। दो गंभीर मां और बेटे को मेडिकल कॉलेज राजनंदगांव रेफर किया गया। जिला पंचायत सदस्य ने डायरिया फैलने की जानकारी ब्लॉक एवं जिला स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दी। ग्रामीणों के अनुसार चैनसिंह मलियार के यहां 85 से अधिक लोग पितृ भात खाने आमंत्रित किए गए थे। चैनसिंह की बाड़ी में बोर एवं कुआं है। बोर के पानी का ही इस्तेमाल करते हैं। कभी लाइट बंद होने पर कुआं का पानी का भी उपयोग करते हैं। कुआं शौचालय के समीप है। यह भी पढ़ें
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पानी का लिया गया सैंपल
सरपंच निशा शर्मा ने बताया कि सूचना देने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने ग्राम में पहुंचकर उल्टी-दस्त पीडि़तों का इलाज शुरू किया। पीएचई ने बोर सहित तीन स्थानों से पानी का सैंपल जांच के लिए लिया है। हैंडपंप, बोर एवं कुआं में दवाई डाली गई। रिपोर्ट आने तक पानी के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।पानी उबालकर पीने की सलाह
स्वास्थ्य विभाग एवं मितानिन की टीम घर-घर जाकर साफ पानी पीने, पानी को उबालकर उपयोग में लाने की सलाह दे रहे हैं। टीम ने घरों में ओआरएस के पैकेट एवं गोली का वितरण किया गया है। ग्राम की मितानिन घनेरी ठाकुर व निर्मल कोठारी ने उलटी-दस्त पीडि़तों को कैंप तक पहुंचाने में मदद की। यह भी पढ़ें