जब से नया टेंडर लगा है तब से यही स्थिति
गर्भवती माताओं को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए 102 महतारी एक्सप्रेस शुरू की गई है ताकि गर्भवती माताओं को समय पर अस्पताल पहुंचाया जा सके। जिले में करीब 11 महतारी एक्सप्रेस चल रही हैं। पुराने 102 टेंडर में एम्बुलेंस में पायलट के साथ एक ईएमटी भी साथ में रहता था। लेकिन जब से नया टेंडर जारी हुआ है तब से महतारी 102 में सिर्फ पायलट यानी वाहन चालक ही रहता है। ईएमटी की कोई भर्ती ही नहीं की गई है। ऐसे में अब लगातार परेशानी बढ़ रही है। अब महतारी एक्सप्रेस मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाने का काम कर रही है। यह भी पढ़ें
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ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों को ज्यादा दिक्कत
लंबे समय से जिले में चल रहे महतारी एक्सप्रेस वाहन की जानकारी सभी को है, जिससे दूर-दराज ग्रामीण अंचलों के लोग वाहन के लिए फोन तो करते हैं, लेकिन जब तक वाहन पहुंचता है। तब तक मरीज की स्थिति गंभीर हो जाती है। ऐसे में चालक द्वारा उसे अस्पताल पहुंचाया जाता है लेकिन कई बार मरीज की स्थिति गंभीर होने पर समस्या होने लगती है। ऐसे में अब वाहन के पायलट भी परेशान होने लगे हैं। वहीं कई महिलाए व मितानिनों ने भी ईएमटी की भर्ती करने की मांग की।कई बार वाहन में ही हो जाती है डिलीवरी
दूर-दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों से गर्भवती माताओं को अस्पताल लाते समय कई बार रास्ते में लेबर पेन होने लगता है। इससे ईएमटी होने पर उनके द्वारा वाहन में ही सुरक्षित प्रसव कराया जाता है, लेकिन अब ईएमटी नहीं होने के कारण ऐसी स्थिति में मरीजों को सहयोग नहीं हो पा रहा है। यह भी पढ़ें