झलमला की हर्षवती बारहवीं की टॉप फाइव में, दसवी में 11 ने मेरिट सूची में बनाया स्थान
पिता व मां ने खेतों में काम कर पढ़ाया, बेटी ने बढ़ाया मान : हर्षवती साहू
स्वामी आत्मानंद हिंदी माध्यम उत्कृष्ट विद्यालय झलमला की कक्षा बारहवीं कला संकाय की हर्षवती साहू 96 प्रतिशत अंक लेकर मेरिट सूची में पांचवें स्थान पर रही। हर्षवती के पिता किरण साहू किसान हैं। मां दूरती भी किसानी व मजदूरी करती है। उन्होंने कहा कि मेरी मां व पिता ने मुझे हर तकलीफ झेलकर पढ़ाया। आज मां व पिता की उम्मीदों पर खरा उतरने पर खुशी हो रही है। इस उपलब्धि का श्रेय अपने शिक्षकों, माता-पिता को दिया। उन्होंने कहा कि पढ़ाई के दौरान मन लगाकर पढ़ाई करें। शिक्षक जो पढ़ाते हैं, उसे घर पर आकर रिवीजन करें, जिससे पढ़ाई आसान हो जाती है। लक्ष्य बनाकर पढ़ाई करें तो सफलता जरूर मिलेगी। वे आगे क्या बनना चाहती है, इसे गोपनीय रखा है। जब कुछ बनूंगी तो सबको पता चल जाएगा। हर्षवती की मां व पिता भी इस उपलब्धि से खुश नजर आए और बेटी को गले लगा लिया।
अब सिविल अधिकारी बनने की चाहत : डॉली साहू
स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट हिंदी माध्यम स्कूल बालोद की डॉली साहू ने दसवीं की परीक्षा में 98.17 प्रतिशत अंक लेकर प्रदेश की मेरिट सूची पर चौथा स्थान बनाया। वह लाटाबोड़ की रहने वाली है। मेरिट में आने पर वह खुश है। उन्होंने उपलब्धि पर अपने पिता, शिक्षक, कोचिंग टीचर, अपनी मां को श्रेय दिया है। आगे गणित विषय लेकर पढ़ाई करेंगी। भविष्य में वह सिविल अधिकारी बनना चाहती हैं। उनके पिता पुसन साहू शिक्षक हैं, जो स्वामी आत्मानंद हिंदी माध्यम स्कूल कन्नेवाड़ा में पदस्थ हैं। विद्यालय के प्राचार्य अरुण साहू ने भी उन्हें बधाई दी है।
मां रसोइया, पदमनी पांचवें स्थान पर
गुरुर विकासखंड के ग्राम फागुनदाह में संचालित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के कक्षा दसवीं की छात्रा पदमनी शांडिल्य ने 98 प्रतिशत अंक लेकर मेरिट सूची में पांचवां स्थान बनाया है। वह उसरवारा की रहने वाली है। दो किमी दूर साइकिल से फागुनदाह स्कूल पढऩे जाती है। वह गरीब परिवार की है। उनके पिता की पहले ही मौत हो चुकी है। उनकी मां प्रतिभा शांडिल्य गांव के स्कूल में रसोइया है। पदमनी ने कहा कि उन्होंने घर पर ही पढ़ाई की और कोचिंग नहीं गई। आगे गणित विषय लेकर पढ़ाई करूंगी। सिविल अधिकारी बनने की इच्छा है। उनकी मां प्रतिभा ने कहा कि आज बेटी ने हमारा मान बढ़ाया। हमें बहुत खुशी है। बेटी जहां तक पढ़ाई करेगी, मैं पढ़ाऊंगी। पदमनी इन दिनों नाना नानी के घर में है। जब उन्हें बेटी की उपलब्धि के बारे में पता चला तो खुशी के आंसू रोक नहीं पाई।
बेटी बबीता बनना चाहती है डॉक्टर
गुंडरदेही विकासखंड के ग्राम खुटेरी (ख) में संचालित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की बबीता साहू ग्राम कोडेवा की रहने वाली है। उन्होंने कहा कि वे डॉक्टर बनना चाहती हैं। उन्होंने बताया कि स्कूल में सभी विषयों में पढ़ाई अच्छी होती है। सभी शिक्षक पूरे बच्चों को लगातार प्रोत्साहित करते रहते हैं। प्रावीण्य सूची में स्थान बनाने की उम्मीद थी, क्योंकि उनका पर्चा बहुत अच्छा गया था। छात्रा बबीता का कहना है कि वह बहुत ज्यादा समय पढ़ाई में नहीं लगाती, लेकिन स्कूल में जो पढ़ाया जाता है, उसे प्रतिदिन घर आकर दो बार रिवीजन जरूर करती हूं। प्रावीण्य सूची में स्थान बनाने का श्रेय बबीता अपने गुरुजनों व माता-पिता को देती हैं। बबीता के पिता सुरेश साहू शिक्षक और माता गृहिणी हैं।
स्कूल में शिक्षक की कमी, वहां की जिज्ञासा टॉप फाइव में आई
जो स्कूल पूरे सत्र शिक्षकों की कमी से जूझता रहा। वहां की छात्रा ने 10वीं की प्रावीण्य सूची में 5वां स्थान प्राप्त किया। शासकीय हाई स्कूल धनेली की छात्रा जिज्ञासा साहू की इस सफलता पर उसके घर बधाई देने वालों का तांता लगा है। जिज्ञासा डॉक्टर बनना चाहती है। विद्यालय में शिक्षकों की कमी से पढ़ाई प्रभावित हुई है। जिज्ञासा ने सेल्फ स्टडी कर सफलता प्राप्त की है। पिता जितेश कुमार साहू कृषक हैं। आर्थिक स्थिति कमजोर है। जनपद उपाध्यक्ष तोषण साहू ने कहा कि ऐसे होनहार बच्चों को शासन को गोद लेकर पढ़ाई का पूरा खर्च उठाए। जिससे गरीब बच्चे भी अच्छी पढ़ाई कर देश सेवा में अपना योगदान दे सके।
तोषण ने रोज 6 किमी की दूरी तय की, डॉक्टर बनने की इच्छा
गुरुर ब्लॉक मुख्यालय अंतर्गत स्थित ग्राम अर्जुनी के छात्र तोषण साहू ने दसवीं बोर्ड परीक्षा में आठवां स्थान प्राप्त किया है। वह करहीभदर स्कूल का छात्र है, जो रोज 6 किमी की दूरी तय कर स्कूल जाता था। कड़ी मेहनत के दम पर 97.50 प्रतिशत अंक प्राप्त किया। तोषण कुमार ने बताया कि शिक्षको के साथ ही स्कूल प्रबंधन का सहयोग हमेशा मिलता रहा। रोज लगभग 4 घंटे पढ़ाई करने लगा, साथ ही ट्यूशन के माध्यम से भी पढ़ाई कर रहा था। आगे की पढ़ाई बायो संकाय के माध्यम से करना चाहता हूं और डॉक्टर बनना चाहता हूं। उसके पिता हेमंत कुमार खेती किसानी करते हैं। उनके पास मात्र ढाई एकड़ खेत है, जिससे परिवार के छह लोगों का जीवन चलता है। उनके दो बच्चे है, एक बड़ी बेटी है, जो एमएससी कर चुकी है।
खोमेंद्र कुमार टॉप 8 में, मां का सपना बेटा बने बड़ा अफसर
ग्राम भानपुरी के किसान रेवाराम के बेटे खोमेन्द्र कुमार साहू ने कक्षा 10वीं की प्रदेश प्रावीण्य सूची में 8वां स्थान प्राप्त किया है। खोमेंद्र प्रतिदिन 5-6 घंटे पढ़ाई करता था। बड़ा भाई 12वीं कक्षा में है। मां द्रोपती बाई गृहिणी है एवं 10 वीं तक पढ़ाई की है। वे अपने दोनों बच्चों की पढ़ाई के प्रति गंभीर है। दोनों बच्चों को बड़ा अफसर बनाना चाहती है। खोमेन्द्र की सफलता पर ग्राम में हर्ष का माहौल है। वह सिविल सेवा में जाना चाहता है। सरपंच आनंद साहू सहित ग्राम प्रमुख ने घर पहुंच कर उन्हें बधाई दी। इस दौरान पिता रेखराम, माता द्रोपति साहू, दादा छन्नू राम, दादी केवरा बाई, बड़े पिता पुनाराम, ननकी साहू, गौरव साहू, गिरीश कुमार, नवीन साहू, अरुण साहू, फत्ते राम साहू, सोमेश कुमार उपस्थित थे।
कलेक्टर व डीईओ ने दी बधाई
इस उपलब्धि पर कलेक्टर इंद्रजीत चंद्रवाल व जिला शिक्षा अधिकारी पीसी मरकले ने सभी विद्यार्थियों को बधाई दी। टॉप टेन में जगह बनाने वाले सभी विद्यार्थियों को उनके परिजनों ने मुंह मीठा कर बधाई दी। इन विद्यार्थियों की उपलब्धि देख परिजनों, शिक्षकों एवं विद्यार्थियों की आंखें खुशी के छलक पड़ी। परिणाम जारी होने के बाद से लोगों का बधाई देने का सिलसिला जारी रहा।