9 उपस्वास्थ्य केंद्रों में नहीं होंगे निर्माण
दरअसल 26 जगहों में स्वीकृत कार्य की प्रशासकीय स्वीकृति मिलने के बाद सीजीएमएससी ने 17 जगहों पर काम शुरू करा दिया पर जिन 9 जगहों पर स्वीकृति के एक साल बाद भी काम शुरू नहीं हुआ है। उन जगहों के लगभग 2 करोड़ 56 लाख के कार्यों को निरस्त कराने पत्र लिखा गया है। दरअसल इन कार्यों को निरस्त करने की नौबत आने का बड़ा कारण निर्माण के लिए राशि जारी नहीं होना है। यह भी पढ़ें
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जर्जर उप स्वास्थ्य केंद्र की जगह नए स्वास्थ्य केंद्र बनने की योजना से खुश थे ग्रामीण
जिले भर में जो 26 स्वास्थ्य केंद्र हैं, जिनकी नए भवन निर्माण की स्वीकृति मिली है। वह काफी जर्जर हैं, सिपेज होता है तो कुछ केंद्रों के तो प्लास्टर भी उखड़ रहे हैं। जब स्वीकृति हुई तो ग्रामीण भी खुश थे। अब नए स्वास्थ्य केंद्र भवन बनने से बड़ी राहत मिलेगी। लेकिन यहां ग्रामीणों की उम्मीदों पर पानी फिर गया।राज्य से ही नहीं आ रहा फंड, कब आएगा इसकी भी सही जानकारी नहीं
मिली जानकारी के मुताबिक निर्माण की स्वीकृति तो जरूर मिली लेकिन बड़ी बात यह है कि स्वीकृति के बाद राशि जारी करने फंड नहीं होने से यह मामला लटक गया है। अब कब तक फंड आएगा और कब तक काम शुरू हो पाएगा, इसकी सही जानकारी भी जिम्मेदार विभाग के पास नहीं है।बिरेतरा भाठागांव के उप स्वास्थ्य केंद्र भवन निर्माण राशि के अभाव में दो माह से रुका
टेंडर खुलने के बाद 17 जगहों पर निर्माण एजेंसी ने काम शुरू कर दिया है। उन्हें उम्मीद थी कि राशि जारी होगी लेकिन एक साल बाद भी राशि जारी नहीं हुई। विभागिय जानकारी के मुताबिक जिले के गुंडरदेही ब्लॉक के ग्राम बिरेतरा (भाठागांव) में भी एक साल पहले काम शुरू हो गया और अब छत ढलाई की स्थिति में है। राशि नहीं मिलने के कारण ही काम रुका हुआ है। जिले के देवरी, अचौद, अछोली, चिचबोड़ सहित अन्य उपस्वास्थ्य केंद्र के भवन निर्माण निरस्त होंगे। यह भी पढ़ें