CG News: रोजगार की तलाश में बने फर्जी नक्सली
CG News: पुलिस पूछताछ में तीनों ने बताया कि उसे रोजगार की तलाश है
रोजगार नहीं मिल रहा था। एक नक्सली किताब हाथ लगी, जिसमें नक्सलियों के आत्मसमर्पण पर शासन की योजना के तहत मिलने वाली सरकारी नौकरी व नगद राशि पाने नक्सली बनकर आत्मसमर्पण करने पहुंचे थे। पुलिस ने धारा 319(2), 61(2) के तहत न्यायिक रिमांड पर उन्हें जेल भेजा दिया।
एक साल से बना रहा था योजना
बालोद एसडीओपी देवांश सिंह ठाकुर ने बताया कि फर्जी नक्सली मामले का मास्टर माइंड प्रकाश नेताम है। अपने दोस्त सुदेश के साथ मिलकर नक्सली के रूप में आत्मसमर्पण करने की योजना बनाई। सुदेश ने अपने साले बब्लू उर्फ मधु योजना के बारे में बताया। उसे नक्सली बनाया। इस तरह हुआ फर्जी नक्सली की पुष्टि
एसडीओपी ने बताया कि
नक्सली आत्मसमर्पण करने के कुछ नियम है, जिसके तहत पूछताछ की गई। नक्सली बने बब्लू ने कहा कि उसे दो साल हुआ है। मानपुर मोहला कमेटी में नक्सली के रूप में भर्ती हुआ। जब उससे पूछा गया कि राइफल कब से पकड़ी। उसने बताया कि नक्सली में भर्ती होने के बाद। जबकि सच्चाई ये है कि नक्सली तत्काल राइफल नहीं देते। मानपुर मोहला पुलिस ने भी बब्लू के नक्सली होने की जानकारी को नकारा। फिर कड़ाई से पूछताछ में पूरी कहानी सामने आ गई।
इसलिए बालोद को चुना
बालोद में ही आत्मसमर्पण का कारण पुलिस ने पूछा तो तीनों आरोपियों ने कहा कि बीजापुर व मानपुर मोहला क्षेत्र में नक्सली हमें मार देते। बालोद क्षेत्र में पहचान के लोग नहीं है, इसलिए बालोद को चुना।