CG Crime News: परिजनों ने बताया कि सीताराम को यहां भर्ती किया गया। इसके सीताराम के अलावा वहां दो अन्य मरीज भी भर्ती थे जिन्हें सांप और बिच्छू के काटने पर इलाज किया जा रहा था। यहां सीताराम को नर्स द्वारा इंजेक्शन लगाया गया, जिसके बाद उसके पैर में अकड़न और तेज दर्द होने लगा। दूसरे दिन शाम को उसे सिम्स रिफर कर दिया गया। वहां से उसे मेकाहारा रायपुर रेफर किया गया। इस बीच तीन चार दिनों में उसका पैर काला पड़ गया और खराब होने लगा। मेकाहारा से भी उसे बिलासपुर के ही एक निजी अस्पताल में भेज दिया गया जहां डॉक्टरों ने तत्काल पैर कटवाने की सलाह दी गई।
ऐसे में परिजन उसे लेकर पुन: रायपुर गए और पैर कटवाया। इसके बाद परिजन उसे गुरुवार को शाम प्राइवेट एंबुलेंस से रायपुर से बलौदा लेकर आए और मरीज को सीएचसी के सामने लिटाकर चक्काजाम कर दिए। अधिकारियों से भरण पोषण और डाक्टर और नर्स के खिलाफ (cg hindi news) कार्रवाई की मांग करने लगे। तहसीलदार एवं थाना प्रभारी ने किसी तरह उन्हे समझा कर आगे के इलाज के लिए सीएचसी में भर्ती किया। परिजनों ने आईजी व सीएमएचओ वे नर्स व डॉक्टर की लिखित शिकायत की है।