पत्रकारों से चर्चा करते हुए मंत्री उईके ने कहा कि जल जीवन मिशन योजना के तहत किए गए कार्यों में गड़बड़ी करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा। जल जीवन मिशन योजना के तहत विधानसभा में लगाए जाने वाले प्रश्नों का सही उत्तर दिया जा रहा है। सभी विधायकों से इस योजना को बेहतर बनाने के लिए सुझाव भी लिए गए है। इस दौरान पत्रकारों के दो सवालों का जवाब दिया। तीसरे सवाल को टालते हुए कोई जवाब नहीं दिया।
केंद्र सरकार के बजट के एक सवाल के जवाब पर वह लडखड़़ा गई। आंध्रप्रदेश और बिहार का नाम भुलकर कर्नाटक का नाम ले लिया। हालांकि पास बैठे विधायक ने उनकी गलती को सुधरवाया। जिसके बाद मंत्री उईके ने सरकार के सहयोगी दोनों ही राज्यों के पार्टी प्रमुखों का सरकार में सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि दोनों राज्यों ने सरकार बनाने में मदद की है। इस कारण उन्हें अधिक बजट देने की बात कही। इन दोनों राज्यों के बाद सबसे अधिक मध्यप्रदेश को 98 हजार करोड़ का बजट मिला है।
विश्व आदिवासी दिवस पर अवकाश की घोषणा के सवाल पर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि कांग्रेस पार्टी ने विश्व आदिवासी दिवस पर अवकाश घोषित किया था, भाजपा सरकार क्यों नहीं कर रही है तो केबिनेट मंत्री पत्रकार वार्ता से उठ गई और पत्रकारों के सवाल का जवाब दिए बगैर ही चली गई। भाजपा जिलाध्यक्ष रामकिशोर कावरे ने बताया कि पार्टी इस बार समरसता के आधार पर आगामी समय में तिरंगा अभियान, विभाजन दिवस, कृष्णा जन्माष्टमी सहित अन्य कार्यक्रमों का आयोजन करेगी।
इस दौरान पूर्व मंत्री गौरीशंकर बिसेन, विधायक गौरव पारधी, राजकुमार कर्राहे, पूर्व विधायक प्रदीप जायसवाल, पूर्व महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष लता एलकर, पूर्व अध्यक्ष रमेश रंगलानी, सत्यनारायण अग्रवाल, अभय सेठिया, राजेश पाठक, मीडिया प्रभारी अभय कोचर सहित अन्य मौजूद रहे।