जिंदा इंसान की निकाली शवयात्रा
बड़वानी जिले के अंजड़ के मंडवाड़ा गांव में रुठे इंद्र देव को मनाने के लिए जिंदा आदमी की शवयात्रा निकाली गई। इतना ही नहीं इस दौरान मातम भी मनाया गया। साथ ही पीछे चलते लोग रोए जा रहे थे। दरअसल, बारिश नहीं होने पर ग्रामीण टोना-टोका का सहारा लेते है, लेकिन इस बार भारी बारिश होने के बाद भी जीवित व्यक्ति का मुर्दा निकाला गया। यहां लोगों ने बारिश होने की वजह से रमेश शेरू नाम के जिंदा युवक की अर्थी निकाली। लोगों का ऐसा मानना है कि जिंदा में किसी की अर्थी निकाली जाए तो पानी बरसता है।
19 साल की उम्र में दो बार झेला दुष्कर्म का दर्द, कहा- नर्क बन चुकी है जिंदगी, अब उसे नहीं छोड़ूंगी
टोटके पर लोगों को विश्वास
लोगों ने ठीक उसी तरह अर्थी बनाई हुई थी, जैसे किसी के मरने के बाद बनाई जाती है। लोग रोते हुए शव-शव यात्रा पूरे गांव में निकाल रहे थे और पीछे-पीछे चले जा रहे थे। वैसे तो क्षेत्र में इस बार उम्मीद से अधिक बारिश हो चुकी है, लेकिन परंपरानुसार इंद्र देव को मनाने के लिए जीवित व्यक्ति का गांव में मुर्दा निकालने की परंपरा है, जिसका निर्वहन करते हुए मुर्दा निकाला गया। वहीं गांव के बाहर जाकर खाना बनाया गया। जिसे स्थानीय भाषा में बागरोटी कहा जाता है। इस दौरान महिपाल सैत्या ने बताया कि पूर्वजों की परंपरानुसार ये रस्म हम लोग आज पूरी कर रहे है। वहीं बगैर किसी की मौत की सूचना के मुर्दे को देखकर लोगों में कौतूहल मच गया।