बता दें कि आजमगढ़ को सपा का गढ़ माना जाता है। पिछले दस सालों से समाजवादी पार्टी की मीरा यादव जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर काबिज थी। हाल में हुए पंचायत चुनाव में जिला पंचायत की 84 सीटों में से 25 सीट जीतकर सपा सबसे बड़ी पार्टी बनी थी। जिला पंचायत अध्यक्ष पर के लिए सपा की दावेदारी मजबूत मानी जा रही है। कारण कि पार्टी के कई बागी भी चुनाव जीतने में सफल रहे थे लेकिन पार्टी ने अब तक अपने पत्ते नहीं खोले थे कि वह किसे प्रत्याशी बनाएगी।
यह अलग बात है कि विधायक दुर्गा प्रसाद यादव के पुत्र विजय यादव लगातार अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी कर रहे थे। सोशल मीडिया पर इन्हें एक पखवारा पूर्व ही प्रत्याशी घोषित कर दिया गया था। वहीं सपा की तरफ से मीरा यादव, पप्पू यादव सहित कई अन्य ने भी टिकट मांगा था। पार्टी मुखिया अखिलेश यादव ने गुरुवार को टिकट घोषित किया। विजय यादव को पार्टी ने प्रत्याशी बनाया है। वहीं लगे हाथ प्रदेश अध्यक्ष ने जिलाध्यक्ष पद की भी घोषणा कर दी। हवलदार यादव को एक बार फिर जिलाध्यक्ष बनाया गया है। विजय के मैदान में आने से लड़ाई दिलचस्प होने की उम्मीद है।
कारण कि बीजेपी ने पहले ही पूंजीपति कन्हैंया निषाद पुत्र संजय निषाद को अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है। बसपा और कांग्रेस ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले है। अब सभी को इंतजार है बसपा के प्रत्याशी की। कारण कि बसपा ने हमेंशा इस सीट के चुनाव में कड़ी चुनौती पेश की है। पार्टी की मीरा आजाद भी दो बार जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी हैं।