जिलाध्यक्ष हवलदार यादव ने 36 सुत्रीय माॅगों को पढ़कर सुनाया। माॅगों में मुख्य रूप से प्रदेश में हो रहे गम्भीर अपराधों, गरीबों, पिछड़ों, दलितों व अल्पसंख्यकों पर हो रहे जुर्म बन्द करने की माॅग की गयी। किसानों को उनकी लागत का उचित मूल्य मिले। डीजल, विजली, खाद व कीटनाशक दवाएं मॅहगी होने पर किसान परेशान हैं। जनपद में किसानों को प्रर्याप्त विजली नहीं मिल रही है। ईवीएम मशीनों से जनता का विश्वास उठ गया है चुनाव बैलेट पेपर से कराया जाय। पार्टी के वरिष्ठ व ईमानदार नेता मो. आजम खान के ऊपर कई दर्जन मुकदमें दर्ज कर दिये गये। सोनभद्र व उन्नाव की घटना से आम लोगों का विश्वास सरकार से उठ गया है। जनपद में जाति पूछकर लोगों को परेशान किया जा रहा है। थाने व तहसील भाजपा नेताओं के दफ्तर बन गये हैं। बिना उनके कहने पर थानों पर रिपोर्ट नहीं लिखी जा रही है। विद्युत व्यवस्था चरमरा गयी है। महीनों-महीनों जले ट्रांसफार्मर नहीं बदले जा रहे हैं। पिछड़े वर्ग के छात्रों की छात्रवृत्ति नहीं मिल रही है।धरने को विधायक आलमबदी आजमी, कल्पनाथ पासवान, डा. संग्राम यादव, नफीस अहमद, राकेश यादव एमएलसी, रामआसरे विश्वकर्मा, डा. रामदुलार राजभर, पूर्व विधायक वसीम अहमद, श्यामबहादुर सिंह यादव, बेचई सरोज, बृजलाल सोनकर, कमला प्रसाद यादव, अखिलेश यादव, , आदि ने संबोधित किया।