बता दें कि अहरौला थाना क्षेत्र के अरूषा गांव निवासी मुन्ना यादव की 10 सितंबर को उसके भतीजे ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। मुन्ना की हत्या भूमि विवाद में की गई थी। इस मामले में मृत की शैलेश ने जेठानी कौलपत्ती देवी पत्नी रामबचन यादव द्वारा ललकारने पर उसके पुत्र अमरजीत यादव द्वारा गोली मारकर हत्या करने का आरोप लगाया था। एसपी कार्यालय पहुंची शैलेश ने आरोप गलाया कि हत्या में मां-बेटे बराबर के गुनहगार हैं लेकिन पुलिस ने कौलपत्ती का नाम एफआईआर से निकाल दिया है।
पीड़िता ने प्रार्थना पत्र में आरोप लगाया है कि कौलपत्ती व उसके पुत्र परमजीत, शुभम सहित कुछ अज्ञात लोगों द्वारा मुझपर मुकदमा वापस लेने का दबाव बना रहे हैं। मुकदमा वापस न लेने पर मुझे भी गोली मारने की धमकी दी जा रही है। पीड़िता ने बताया कि पूर्व में उसने पुलिस को सूचना दी थी लेकिन कोई कार्रवाई न होने पर मेरे पति को अपनी जान गंवानी पड़ी। पुलिस अधीक्षक को दिये प्रार्थना पत्र में पीड़िता ने हत्या में शामिल आरोपियों को गिरफ्तार करने और अपनी जानमाल की सुरक्षा की गुहार लगाई है।