उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि अखिलेश यादव ने मुजफ्फरनगर दंगा कराया। लोगों को गुजरात दंगा याद है जो ढाई दिन का था लेकिन मुजफ्फरनगर दंगा जो गुजरात से बड़ा था, वह क्यों नहीं याद है? दोनों दंगे स्टेट के थे। अखिलेश यादव का यह दंगा लोगों को क्यों याद नहीं। जब नहीं याद था तब हमने निर्णय लिया कि अखिलेश और कांग्रेस को सबक सिखायेंगे।
मौलाना ने कहा कि सेक्युलीरिजम के नाम पर यहां हालत चोर-चोर मौसेरे भाई की है। इन्होंने आपस में तय कर लिया है कि मुसलमानों को डरा कर रखो, तुम आरएसएस के नाम पर, तुम गाय के नाम पर, तुम लव जेहाद के नाम पर, तुम मदरसे के नाम पर डराओ। जब इन्हें डराओगे तो ये हमारे पास आएंगे। फिर पांच साल तुम बेईमानी करना और फिर पांच साल हम बेइमानी करेंगे। ये लोग चिल्लाते ज्यादा है करते कुछ नहीं है।
यह भी पढ़ें- भाजपा का डर दिखाकार सपा, बसपा व कांग्रेस ने करवाई मुसलमानों की हत्याः मौलाना आमिर रशादी उन्होंने कहा कि मोदी जी कहते हैं सबका साथ सबका विकास। सबका साथ तो मोदी को मिला लेकिन साथ मिलने के बाद वे सबका विनाश कर रहे हैं। योगी और मोदी समाज के लिए घातक हैं। आवाम इन्हें उखाड़ फेकेगी। ये बुरी तरह फ्लाप होने वाले हैं। सत्ता में आने के बाद योगी ने कहा था 15 जून तक सड़कें गड़ढा मुक्त हो जाएंगी। आज हालात देख लगता है कि उन्होंने गड्ढायुक्त को गलती से गड्ढामुक्त बोल दिया था। अब पता ही नहीं चलता कि सड़क में गड्ढे है या गड्ढे में सड़क।