जिलाध्यक्ष प्रवीण कुमार सिंह ने कहा कि शिक्षक भर्ती घोटाला व पशुपालन धोटाले में लिप्त मंत्रियों का बचाने की कोशिश सरकार द्वारा की जा रही है। पूरे प्रकरण की जांच उच्च् न्यायालय के वर्तमान न्यायाधीश से करवाकर जनता के सामने सच लाया जाय। 69 हजार शिक्षक भर्ती घोटाले में ना सिर्फ बड़े पैमाने पर धांधली हुई है बल्कि चयन प्रक्रिया में भी आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों के साथ नाइंसाफी हुई है। यह संविधान प्रदत्त अधिकारों का उल्लंघन है। इसको सुरक्षित रखने की गारंटी हो। प्रदेश में हुए अन्य घोटाले जैसे कि पीडीएस, जूता मोजा घोटाला आदि घोटालों की भी न्यायिक जांच हो।
उन्होंने कहा कि जब से यह सरकार आयी है प्रदेश में लगातार घोटाले होते जा रहे हैं जिसका ताजा उदाहरण 69 हजार शिक्षकों की भर्ती घोटाला एवं बड़े पैमाने पर पशुपालन विभाग में घोटाला हुआ। इन घोटालों में शामिल मंत्रियों को जेल भेजा जाये। आजमगढ़ जनपद में भी विभिन्न विभागों में भ्रष्टाचार चरम पर है। आबकारी विभाग से करोड़ों रूपये की अवैध वसूली की जा रही है। चिकित्सा सेवायें इमरजेन्सी घोषित होने के बावजूद चिकित्सक अपने दायित्वों का निर्वहन नहीं कर रहे है। गरीब जनता के खून पसीने की कमाई लूट रहे है। रजिस्ट्री विभाग में लगातार अवैध वसूली हो रही है जिसको रोका जाना नितान्त आवश्यक है। अगर हमारी मांगें पूरी नहीं होती हैं तो हम आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।