बता दें कि आहोपट्टी गांव निवासी पल्हनी ब्लाक का पूर्व ब्लाक प्रमुख प्रमोद यादव इस बार फिर चुनाव लड़ रहा है। सपा ने उसे पल्हनी ब्लाक से अधिकृत ब्लाक प्रमुख प्रत्याशी घोषित किया है। पुलिस को सूचना मिली कि प्रमोद यादव बीडीसी सदस्यों को असलहे से डरा-धमका रहा है। उसने कुछ बीडीसी सदस्यों को बंधक बनाकर रखा है।
इसके बाद शहर कोतवाल कृष्ण कुमार गुप्ता सक्रिय हुए और वरिष्ठ उपनिरीक्षक ब्रह्मदीन पांडेय, पहाड़पुर चैकी प्रभारी कमल नयन दूबे, एलवल चैकी प्रभारी संजय तिवारी व रोडवेज चैकी प्रभारी कमलकांत वर्मा के साथ बुधवार की रात करीब 10 बजे आहोपट्टी गांव में प्रमोद के घर पर छापा मारा।
पुलिस के पहुंचने की सूचना पर प्रमोद भाग निकला लेकिन उसके चार साथी राकेश यादव निवासी ग्राम आहोपट्टी थाना शहर कोतवाली, विनोद यादव ग्राम जमालपुर काजी थाना तहबरपुर, छोटू खान ग्राम अशधीरपुर थाना तरवां व कमलेश यादव ग्राम जगदीशपुर थाना सिधारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को प्रमोद के घर से रिपिटर राइफल, एक पिस्टल, दो अदद लाइसेंसी पिस्टल समेत भारी संख्या में कारतूस बरामद हुई।
प्रमोद का चचेरा भाई व दुर्गा प्रसाद का बेटा विजय यादव जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव लड़ रहा है। सपा ने उसे प्रत्याशी बनाया है। पुलिस की कार्रवाई से पूरे परिवार में हड़कंप मचा हुआ है। इस कार्रवाई का असर जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव पर पड़ सकता है। इससे सपाई खेमे में बेचैनी साफ दिख रही है। पुलिस प्रमोद की तलाश में जुटी हुई है।
एसपी सुधीर कुमार सिंह का कहना है चुनाव को प्रभावित करने की जो भी कोशिश करेगा उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। पूर्व ब्लाक प्रमुख प्रमोद यादव अपराधिक किस्म का व्यक्ति है। गिरफ्तार व्यक्तियों के साथ ही जिन लोगों के लाइसेंसी असलहे बरामद हुए उनके भी खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
BY Ran vijay singh