बता दें कि लॉकडाउन के कारण शराब दुकानें बंद थी। नशे की लत के शिकार लोग इस दौरान अवैध रूप से तैयार की जाने वाली शराब जमकर पी रहे थे। आजमगढ़ अंबेडकर नगर जिले के बाॅर्डर पर इस शराब की खूब बिक्री हो रही थी। इसका खुलासा तब हुआ जब सोमवार को जहरीली शराब पीने से लोगों की तबीयत बिगड़नेे लगी। हंगामा उस समय मचा जब जहरीली शराब पीने से राजन सोनी पुत्र रमई निवासी मित्तूपुर थाना पवई, पूर्व बीडीसी लालता प्रसाद निवासी गांव सौदमा, प्रेम शंकर पुत्र राजाराम निवासी गांव उसरहां, मुन्ना निवासी गांव राजेपुर सहित 10 लोगों की मौत हो गयी।
वहीं मित्तूपुर के रामशेर पुत्र अच्छेलाल, रवि निवासी ग्राम उसरहां सहित अधा दर्जन लोग अब भी निजी अस्पताल में जिंदगी मौत से जूझ रहे हैं। सभी को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। शराब पीने से मौत की सूचना पर प्रशासन में हड़कंप मच गया। पवई थाने की पुलिस के साथ ही अंबेडकर नगर जिले की पुलिस भी मौके पर पहुंच गयी। खुद एसपी सुधीर कुमार सिंह मौके पर पहुंचकर छानबीन किए। इस दौरान पीड़ित परिवार के लोगों ने बताया कि शराब पीने से मौत लोगों हुई है। कुछ लोगों ने आरोप लगाया कि देशी शराब आंबेडकर में बेची जा रही थी। पुलिस ने मित्तूपुर गांव के गुड्डू पुत्र मोती व मोतीलाल पुत्र रामदेव को हिरासत में लिया है। पुलिस अथवा प्रशासन के लोग कुछ बोलने के लिए तैयार नहीं है। एसपी ने बस इतना कहा कि अभी जांच जारी है। पूरी होने के बाद ही कुछ कह पाना संभव होगा।
BY Ran vijay singh