ये भी पढ़ें- यूपी उपचुनावः सपा प्रत्याशी सबसे अमीर, इन पर हैं सर्वाधिक मुकदमे दर्ज, एडीआर रिपोर्ट में हुआ खुलासा माना जा रहा है कि मंदिर निर्माण में एलएंडटी के साथ अब Tata Consulting Engineers को भी बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। ट्रस्ट की इस बैठक में टाटा कंपनी के अधिकारियों के शामिल होना इस ओर इशारा करता है, हालांकि इस मामले में ट्रस्ट और निर्माण समिति का कोई भी सदस्य खुलकर बोलने को तैयार नहीं है। निर्माण समिति की बैठक के बाद ट्रस्ट के सदस्य डॉ अनिल मिश्रा ने बताया कि इस बैठक में मंदिर निर्माण से संबंधित प्रगति रिपोर्ट के साथ अन्य कई विषयों पर चर्चा की गई है। मंदिर की आयु कैसे एक हजार वर्ष व उससे अधिक हो, इस पर बात हुई। दो दिवसीय बैठक में अंतिम निर्णय के बाद जानकारी दी जाएगी।