यात्रा के साथ अवधी गायन, पेंटिंग व ग्रुप के साथ सांस्कृतिक दल भी चल रहे हैं। सुल्तानपुर में स्थानीय स्तर पर फरुआही, धोबिया नृत्य से जुड़े कलाकार जुड़ेगे, जो अयोध्या के रामपार्क पहुंचेंगे। संपूर्ण यात्रा के दौरान बाबा सत्यनारायण मौर्य भी अपनी अद्भुत प्रस्तुति से हर किसी का मन मोह रहे हैं। बाबा व उनकी टीम की तरफ से श्रीराम पर आधारित विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम किए जा रहे हैं। बतौर चित्रकार बाबा श्रीराम की आकृति भी बनाते हैं।
भरतकूप स्थित कुंड से जल संग्रह कर यात्रा का हुआ था आगाज
श्रीराम चरण पादुका यात्रा 15 जनवरी को भरतकूप (चित्रकूट) स्थित कुंड से कलश में जल संग्रह के साथ प्रारंभ हुई थी। यहां से यात्रा चित्रकूट के विभिन्न मंदिरों से होते हुए निकली थी। चित्रकूट में मंदाकिनी, प्रयागराज में संगम का जल कलश में संग्रहित किया गया। श्रृंगवेरपुर में गंगा नदी का जल संग्रह कर पादुका पूजन किया गया था। 18 को यात्रा सुल्तानपुर पहुंची। यहां गोमती नदी का जल संग्रहित कर चरण पादुका पूजन किया गया।