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4 सितम्बर को आचार्य नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय पहुंचेंगी राज्यपाल होगा फलों से स्वागत सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या के बाबरी मस्जिद राम मंदिर मुकदमे में मुस्लिम पक्ष के अधिवक्ता ने हिन्दू पक्ष द्वारा पेश धार्मिक ग्रंथों के दावे पर उठाया है सवाल अपने आवास पर पत्रिका टीम ( Patrika.com ) से बात करते हुए इकबाल अंसारी ने साफ तौर पर कहा कि मुस्लिम समुदाय में जितना सम्मान कुरआन ( Kuran ) का है उतना ही भगवत गीता ( Bhagwad Geeta ) और रामायण का भी है .गोस्वामी तुलसीदास जी ( Goswami Tulsi das ) द्वारा रचित रामचरितमानस की सत्यता और उसकी वास्तविकता पर कोई संदेह नहीं किया जा सकता . हम भी इन धार्मिक ग्रंथों का पूरा सम्मान करते हैं . न्यायालय की लड़ाई अलग है . वहां सभी को अपनी बात कहने का अधिकार है . लेकिन हम कहीं नहीं चाहेंगे इस मुकदमे का कोई भी पक्षकार कभी कुरान और भगवत गीता श्रीरामचरितमानस ( Shri Ramcharit Manas ) के अस्तित्व पर सवाल उठाए और उसकी सत्यता पर संदेह खड़ा करें .