कार्यक्रम में मौजूद वन विभाग के डी.एफ.ओ. डॉ. रवि कुमार सिंह ने कहा कि नवग्रह वाटिकाओं का मन के ऊपर अच्छा प्रभाव पड़ता है. प्रकृति के प्रति इनका उत्तरदायित्व भी रहता है. हर वृक्ष के अपने अलग-अलग प्रकार के महत्व भी हैं. कुछ वृक्ष आैषधीय गुण वाले हाेते हैं, जिनका प्रयाेग हम अपने जीवन में करते हैं.. उन्होंने कहाकि नवग्रह वाटिका बनाते समय दिशाओं का ध्यान रखना बहुत जरूरी है. किस दिशा में काैन सा वृक्ष ग्रह के अनुसार लगाया जाए यह देखना आवश्यक है. अगर हमारे घराें में ज्यादा जगह नही है ताे भी एक देव वृक्ष घर में अवश्य लगायें, जिससे हमारे मन-मस्तिष्क पर अच्छा प्रभाव पडे़गा. उस वृक्ष काे लाेग घर के एक सदस्य की तरह पाेषित करें. इस माैके पर श्रीरामवल्लभाकुंज के अधिकारी राजकुमार दास ने अपने सम्बाेधन में कहाकि हमारी जानकारी में अयोध्यानगरी में प्रथम नवग्रह वाटिका की स्थापना हाे रही है. श्री दास ने कहाकि पेड़-पाैधे नही रहेंगे ताे बारिश नही हाेगी लगातार वृक्षाें का कम हाेना चिन्ता का विषय है. इसके लिए जागरूकता की बहुत जरूरत है इससे पहले सभी अतिथियाें का ट्रस्ट के अध्यक्ष स्वामी दिलीप दास व यजमान गणाें ने माल्यार्पण कर स्वागत किया .गया जिसके बाद सभी सभी ग्रहों का वैदिक विद्वानों द्वारा पूजन-अर्चन किया गया उसके बाद मुख्य अतिथियाें ने वाटिका में पौधे रोपित किये .