शिवलिंग को अब तक क्यों छिपाया गया प्रमोद कृष्णम और सांसद दीपेंद्र हुड्डा सोमवार को अयोध्या में थे। जहां इन दोनों ने रामलला और हनुमान गढ़ी के दर्शन किए। वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद में शिवलिंग मिलने के दावों पर कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णम ने कहा कि, ज्ञानवापी का मुद्दा आस्था और भारत की जन भावनाओं से जुड़ा है और न्यायालय में विचाराधीन है। लेकिन सवाल है कि शिवलिंग को अब तक क्यों छिपाया गया और किसने छिपाया?
कोर्ट का फैसला ही मान्य अयोध्या में चल रहे महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे के विरोध पर कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णम ने कहा कि, भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह, राज ठाकरे एक थाली के चट्टे-बट्टे हैं। इस अवसर पर कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहाकि, राम मंदिर की तरह ज्ञानवापी मामले पर भी कोर्ट फैसला लेगा।
शिवलिंग नहीं फव्वारा : शाहनवाज़ आलम अल्पसंख्यक कांग्रेस के अध्यक्ष शाहनवाज़ आलम ने बनारस की निचली अदालत द्वारा ज्ञानवापी मस्जिद के अंदर सर्वे में कथित शिवलिंग मिलने के बाद उस स्थान को सील करने के आदेश को षड्यंत्र बताया है। शाहनवाज़ आलम ने आरोप लगाया कि, ज़िला अदालत का सर्वे का आदेश ही पूजा स्थल अधिनियम 1991 के खिलाफ़ था। शाहनवाज आलम का दावा है कि मस्जिद में वज़ू करने के लिए बने पुराने फव्वारे के बीच में लगे पत्थर, जो कालांतर में टूट गया था, को ही टूटा हुआ शिवलिंग बताकर अफवाह फैलायी जा रही है। देश के क़रीब सभी पुरानी और बड़ी मस्जिदों में इस तरह के फव्वारे और उसके बीच में ऐसे ही पत्थर लगे हुए हैं।