इस दौरान सीएम योगी ने बांग्लादेश में हो रहे घटनाक्रम का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि भारत का पड़ोस जल रहा है, मंदिर तोड़े जा रहे हैं। हिंदुओं को चुन- चुनकर निशाना बनाया जा रहा है। सनातन धर्म पर आने वाले संकट के लिए फिर एकजुट होकर कार्य करने और लड़ने की आवश्यकता है।
भारत की न्यायपालिका की ताकत दुनिया ने देखी: सीएम योगी
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयास से भारत की न्यायपालिका की ताकत दुनिया ने देखी। लोग कहते थे कि अगर फैसला राम मंदिर के पक्ष में हुआ तो सड़कों पर खून की नदियां बहेंगी। योगी ने कहा, साधु- संतों ने भरपूर प्रयास किया कि बातचीत से समस्या का समाधान निकालेंगे। लेकिन, जब बातचीत से समस्या का समाधान नहीं हुआ और हठधर्मिता आड़े आने लगी तो साधु संतों ने लोकतांत्रिक तरीके से संघर्ष का रास्ता चुना। इस रास्ते को चुनने के बाद देश में बड़ी मजबूती के साथ आंदोलन हुए। आंदोलन के बढ़ने के कारण मामला न्यायालय में जाता है। 500 सालों के बाद अयोध्या में विराजमान हुए प्रभु श्री राम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन और यूपी में भारतीय जनता पार्टी की डबल इंजन की सरकार बनने के बाद समस्या का समाधान भी हुआ। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर का शिलान्यास और भूमि पूजन कार्य संपन्न किया। 22 जनवरी 2024 को 500 वर्षों का इंतजार खत्म करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम लला की प्राण प्रतिष्ठा की। दुनिया भर में यह तारीख प्रेरणा भी बनी।
इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक्स पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा कि सनातन आस्था के केंद्र धर्मनगरी श्री अयोध्या धाम में आज प्रभु श्री रामलला के दर्शन-पूजन का सौभाग्य प्राप्त हुआ। प्रभु श्री राम की कृपा ही जीवन का आधार है। उनके आशीर्वाद से सभी की मनोकामनाएं पूर्ण हों।