पिछले वर्ष 12 घाटों में दीपक जलाए गए थे, लेकिन इस बार राम की पैड़ी सहित सरयू के 24 घाटों पर करीब छह लाख दीपक जलेंगे। यूपी सरकार व जिला प्रशासन इसकी तैयारियों में जुट गया है। इसके लिए 62 लाख रुपये का बजट रखा गया है। सीएम योगी ने शुक्रवार शाम को इसकी तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक भी की जिसमें अपर मुख्य सचिव सूचना सहित कई बड़े अधिकारी भी मौजूद रहे। सीएम योगी दीपोत्सव कार्यक्रम की शुरुआत राम जन्मभूमि परिसर में संध्या काल की आरती के साथ करेंगे और गोबर से बने विशेष दीपकों से परिसर को रोशन करेंगे। 1992 के बाद यह पहला मौका होगा जब श्रीराम जन्मभूमि परिसर में इतने बड़े स्तर पर दीप जलाए जाएंगे। इस पर यहां के संत महंता कहते हैं पहले ठाकुर जी को राम मंदिर में लाने की के लिए उत्सव मनाते थे अब जब भगवान का भव्य मंदिर बन रहा है तो खुशियों का कोई ठिकाना नहीं है। इसलिए इस बार भव्य तरीके से दीपोत्सव मनेगा।
इस बार अयोध्या दीपोत्सव में छह लाख दीये लगाए जाएंगे। नोडल अधिकारी प्रो. शैलेंद्र वर्मा ने इस पर बताया कि इसमें 20 स्वयंसेवी संस्थाएं, 15 महाविद्यालय व विवि कैंपस प्रमुख रूप से हिस्सा ले रहे हैं। राम की पैड़ी पर 30 ब्लॉक्स में डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विवि के 7 हजार वालंटियर्स को लगाया जाएगा। इसके अतिरिक्त दीपोत्सव के मौके पर पर्यटन विभाग के कार्यक्रम होंगे, झांकियां निकलेंगी, लेकिन, यह सब कुछ कोविड की गाइडलाइन्स के अनुसार होगा।
दीपोत्सव कार्यक्रम के लिए 62 लाख रुपये खर्च होने का अनुमान है। इसमें दीया-बाती से लेकर अन्य सामग्री की खरीदारी के लिए अवध विश्वविद्यालय ने टेंडर खोल दिया। सामग्री में छह लाख दीपक के साथ बाती व तेल की खरीदारी प्रमुख होगी। इसके अलावा, माचिस, कपूर, छड़ी, मोमबत्ती, मग, बाल्टी, टब, ठेलिया, खाना, मास्क, सेनिटाइजर आदि की आपूर्ति भी होगी। यह सभी सामग्री की समय से पहले खरीद ली जाएगी। इसके अलावा दीपोत्सव के स्वयंसेवकों के लिए भोजन की व्यवस्था फर्म करेगी।