वर्चुअल दीपोत्सव के तहत लोग अपने-अपने मोबाइल स्क्रीन पर राम की पैड़ी पर वर्चुअल दीप जला सकेंगे। मोबाइल पर एक लिंक दिया जाएगा। जिसपर जब वो क्लिक करेंगे, तो उन्हें दीप जलते हुए दिखेंगे। साथ ही जिस लिंक से यह दीप जलेंगे उसकी सूचना सीएम के पास पहुंचेगी। वहां से दीपोत्सव में भागीदारी करने वाले को ऑनलाइन प्रमाण पत्र भी जारी हो जाएगा।
अयोध्या के मंदिरों के प्रबंधक अपने मंदिरों में दीपोत्सव की रात दीप जलवाने की व्यवस्था करेंगे। ऐसे 208 बड़े मंदिरों की लिस्ट तैयार की गई है जो भव्य तरीके से दीपोत्सव की व्यवस्था करने में सक्षम है। आर्थिक तौर पर कमजोर मंदिरों में दीपोत्सव समिति संस्कृति व सूचना पर्यटन आदि विभाग सरकारी सहयोग देगा जिससे दीप जलाने की व्यवस्था होगी। इस बीच यह भी बताया गया कि देशभर से सांस्कृतिक दलों व विदेशी व देश की राम लीला मंडलियों को दीपोत्सव के अवसर पर बुलाने के कार्यक्रम को फिलहाल स्थगित रखा गया है।
अयोध्या पहुंचे सांस्कृतिक मंत्री व अयोध्या प्रभारी मंत्री नीलकंठ तिवारी ने सरयू घाट व मठ मंदिरों का जायजा लेने के साथ ही जनपद के सभी आला अधिकारियों के साथ तैयारियों को लेकर बैठक की। इसमें अधिकारियों को अयोध्या में चल रहे विकास कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करने व दीपोत्सव के खास आयोजन की तैयारी के संबंध में निर्देशित किया गया है।
अयोध्यासे विधायक वेद प्रकाश गुप्ता ने बताया कि सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में इस बार भी अयोध्या में भव्य और दिव्य दीपोत्सव का आयोजन किया जाएगा जिसकी तैयारी की जा रही है। पिछली बार सरयू घाट सहित मठ मंदिरों पर 5 लाख से अधिक दीप जलाए गए थे। इसके साथ ही सांस्कृतिक आयोजन किया गया था। इस बार भी दीपोत्सव के माध्यम से विश्व रिकॉर्ड बनाने की तैयारी है। इस बार कोरोना को देखते हुए खास एहतियात बरते जाएंगे। इस पूरे आयोजन की तैयारी को देखते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया जा रहा है।
2017- 1 लाख 65 हजार दीप जले
2018- 3 लाख 150 दीप जले
2019- 5 लाख 51 हजार दीप जले