ऐसे रखा गया है प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम सोमवार 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए न्यूनतम विधि-अनुष्ठान रखे गए हैं। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के मुताबिक सुबह 10 बजे से ‘मंगल ध्वनि’ का भव्य वादन होगा। विभिन्न प्रदेशों से 50 से अधिक मनोरम वाद्ययंत्र लगभग 2 घंटे तक इस शुभ घटना का साक्षी बनेंगे।
मेहमानों को करना होगा 10:30 तक प्रवेश प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने वालें मेहमानों को सुबह 10:30 बजे तक राम जन्मभूमि परिसर में प्रवेश करना होगा। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने के द्वारा जारी की गई प्रवेशिका के जरिए ही परिसर में प्रवेश मिलना संभव है। केवल निमंत्रण पत्र से आगंतुक प्रवेश नहीं कर पाएंगे। प्रवेशिका पर बने क्यूआर कोड के मिलान के बाद ही परिसर के अंदर प्रवेश मिलेगा।
12:20 बजे से शुरू होगी पूजा दोपहर 12:20 बजे से प्राण प्रतिष्ठा की विधि शुरू होगी। अभिजीत मुहूर्त में प्राण प्रतिष्ठा की मुख्य पूजा की जाएगी। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का समय काशी के विद्वान गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने निकाला है।
मात्र 84 सेकंड का शुभ मुहूर्त शुभ मुहूर्त का समय दोपहर के 12 बजकर 29 मिनट और 08 सेकंड से लेकर 12 बजकर 30 मिनट और 32 सेकंड तक रहेगा। यानि प्राण प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त मात्र 84 सेकंड का है। पूजा-विधि के यजमान पीएम नरेंद्र मोदी के हाथों श्री रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा होगी। यह अनुष्ठान काशी के वैदिक आचार्य गणेश्वर द्रविड़ और आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित के निर्देशन में 121 वैदिक आचार्य पूर्ण कराएंगे। अनुष्ठान के समय 150 से अधिक परंपराओं के संत-धर्माचार्य और 50 से अधिक आदिवासी, गिरिवासी, द्वीपवासी,तटवासी, जनजातीय परंपराओं की भी उपस्थिति होगी।
शाम में किए जाएंगे दीप प्रज्जवलित प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम पूरा होने के बाद ‘राम ज्योति’ प्रज्ज्वलित कर दीपावली मनाई जाएगी। अयोध्या शाम को 10 लाख दीपों से जगमगाएगी। रामलला, हनुमानगढ़ी,कनक भवन, गुप्तारघाट, सरयू तट, लता मंगेशकर चौक, मणिराम दास छावनी समेत 100 मंदिरों, प्रमुख चौराहों और सार्वजनिक स्थलों पर दीप प्रज्ज्वलित किए जाएंगे।