‘200 मजदूरों की कमी’
नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि निर्माण प्रक्रिया में इस समय में लगभग 200 मजदूरों की कमी है। इस कमी के कारण निर्माण की गति बाधित हो रही है। हालांकि, मूर्तिकारों ने आश्वासन दिया है कि मंदिर में स्थापित की जाने वाली सभी मूर्तियां दिसंबर तक तैयार हो जाएंगी।‘मजदूरों की कमी से मंदिर बनने में हो रही देरी’
पत्रकारों से बातचीत करते हुए नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि निर्धारित समय-सीमा में निर्माण कार्य पूरा करना समिति की प्राथमिकता है, लेकिन मजदूरों की कमी की वजह से इसमें देरी हो रही है। हालांकि, निर्माण सामग्री की आपूर्ति में कोई समस्या नहीं है।उन्होंने कहा कि परकोटा के परिक्रमा पथ में लगभग एक किलोमीटर का क्षेत्र शामिल है। इस पथ पर छह मंदिर स्थित हैं। इस निर्माण के लिए 8.3 लाख क्यूबिक फीट बंसी पहाड़पुर के पत्थर की आवश्यकता थी, जो अब पूरी हो चुकी है। लेकिन, मजदूरों की कमी के कारण निर्माण कार्य के गति पकड़ने में कठिनाई आ रही है।