यह भी पढ़ें: क्लास 8th के स्टूडेंट को लड़की से हुआ एकतरफा प्यार, जब नहीं मानी तो गर्दन पर चाकू रखकर भर दी मांग
राम सूरत किसी मामले में 5 साल से जेल की सजा काट रहे थे। उन्हें IPC की धारा- 452, 323 और 352 के तहत दोषी करार दिया गया था। सजा होने पर उनको रिहा किया गया। बुजुर्ग कैदी की रिहाई पर घर से कोई लेने नहीं आया था। ऐसे में बुजुर्ग को जेल कर्मचारियों ने विदाई दी।
DG PRISONS ने किया ट्वीट
इस रिहाई वाले वीडियो को डीजी जेल ट्वीट किया है। ट्वीट में लिखा है, “परहित सरिस धर्म नहीं भाई। 98 वर्षीय रामसूरत जी की रिहाई पर लेने कोई नहीं आया। अधीक्षक जिला जेल अयोध्या शशिकांत मिश्र पुत्रवत अपनी गाड़ी से घर भेजते हुए।”
बुजुर्ग का जमा था साढ़े नौ हजार रुपया
वीडियो में बुजुर्ग से जेल के अधीक्षक बात करने की कोशिश कर रहे हैं। जेल अधिकारी बुजुर्ग को कुछ पैसे देते हुए भी दिख रहे हैं। वीडियो में जेल अधिकारी कह रहे हैं कि साढ़े नौ हजार रुपया जमा था। इसको आप रख लीजिए। हमारे सिपाही आपको घर पहुंचा कर आएंगे। इसके बाद बुजुर्ग कहते हैं कि वह मंदिर जाएंगे। जेल अधीक्षक उन्हें खुद पुलिस की गाड़ी में बैठाते हैं।
यह भी पढ़ें: 10 फीट गहरे नाले में उतरकर पुलिसकर्मी ने बचाई पिल्लों की जान, वीडियो
खबरो के अनुसार बुजुर्ग कैदी को 8 अगस्त 2022 को रिहा करना था। उस समय बुजुर्ग कैदी कोरोना से संक्रमित थे। इसके बाद उन्हें 90 दिनों के पैरोल पर भेज दिया गया था।