करोड़ो कीमत वाली कारों के पार्ट्स यहां मिलते हैं महज कुछ हजार में… जानकारी के मुताबिक़ दोनों कंपनियों का ये कोलैबरेशन खासकर भारतीय मार्केट के लिए है। ऐसा कहा जा रहा है कि ‘बीएस 6 के आने के बाद छोटी डीजल गाड़ियां चलन से बाहर हो जाएंगी। इसलिए टोयोटा भारत में सीएनजी कारें उतारने की संभावनाएं तलाश रही है। आपको बता दें कि सुजुकी की सीएनजी कारें पहले से ही मार्केट में तहलका मचा रही हैं ऐसे में कंपनी अब अपनी तकनीक Toyota के साथ साझा करेगी।
दरअसल टोयोटा मोटर कॉरपोरेशन (TMC) के पास जापान में सीएनजी गाड़ियों का विकल्प है, लेकिन वो भारत में अपने सीएनजी प्रोजेक्ट की लागत को कम रखना चाहते है और इसी वजह से टोयोटा ने सुजुकी के साथ कोलैबरेशन करने का फैसला लिया है जिसका फायदा ना सिर्फ टोयोटा को मिलेगा बल्कि सुजुकी को भी इसका काफी फायदा मिलने की उम्मीद है।
आपको बता दें कि भारत में मारुति सुजुकी के पास 8 सीएनजी कारों के मॉडल्स हैं जिनकी कीमत भी काफी कम है। यही वजह है कि टोयोटा ने मारुति सुजुकी पर अपना भरोसा दिखाया है। आने वाले समय और मारुति के कोलैबरेशन से तैयार इन कारों को मार्केट में देखा जा सकता है लेकिन इसमें साल भर से ज्यादा का भी समय लगने की संभावना है।