क्या है मामला?
दरअसल पिछले कुछ दिनों पहले ही कंपनी के नकारात्मक वर्क कल्चर का एक उदाहरण देखने को मिला, जब कंपनी के संस्थापक और सीईओ भाविश अग्रवाल (Bhavish Aggarwal) ने कंपनी की एक मीटिंग में ओला इलेक्ट्रिक की टीम को बेकार (Useless) कहा था और प्रेज़ेंटेशन फाइल में कुछ पेपर नहीं मिलने पर सभी पेपर्स भी फाड़ दिए थे और जो मीटिंग आमतौर पर घंटे भर चलती है, उसे सिर्फ कुछ मिनटों में ही खत्म कर दिया था। इतना ही नहीं, भाविश ने एक कर्मचारी की गलती पर उसे सज़ा देते हुए उससे फैक्ट्री के चक्कर भी लगवाए थे। यह नकारात्मक वर्क कल्चर कंपनी में काम करने वाले लोगों के लिए भी चिंता का विषय है।
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भाविश की प्रतिक्रिया
इस पूरे मामले पर हाल ही में भाविश ने प्रतिक्रिया दी है। बेंगलुरु में ओला कैंपस में आयोजित एक कार्यक्रम में इस बारे में बात करते हुए भाविश ने कहा कि ओला महत्वाकांक्षी लोगों की जगह है और एक बहुत मेहनती कंपनी हैं। भाविश के अनुसार ओला उत्पाद या कंपनी बनाने के लिए बिल्कुल नहीं हैं और न ही एक अच्छा और आसान समय चाहती है।