हमने इन घटनाओं की जांच करने और जरूरी सुझावों के लिए एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया है।” उन्होंने बताया कि एक्सपर्ट कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर हम डिफॉल्ट करने वाली कंपनियों को जरूरी निर्देश देंगे। हम जल्द ही इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए गुणवत्ता केंद्रित दिशानिर्देश जारी करेंगे। यदि कोई कंपनी अपनी प्रक्रियाओं में लापरवाही बरतती है, तो भारी जुर्माना लगाया जाएगा और सभी दोषपूर्ण वाहनों को वापस लेने का भी आदेश दिया जाएगा।”
इलेक्ट्रिक दुपहिया वाहनों में पिछले दो महीने के बीच आग लगने की कई घटनाएं सामने आ चुकीं हैं। जिससे इलेक्ट्रिक वाहनों को लेकर लोगों का भरोसा डिगने लगा है। हाल में तमिलनाडु में इलेक्ट्रिक स्कूटी की डीलरशिप एजेंसी में आग लगने की घटना हुई। पता चला कि पहले आग एक स्कूटी में लगी और फिर पूरी एजेंसी जलकर खाक हो गई। घटना के बाद संबंधित कंपनी ने अपने 3,215 प्रेज प्रो स्कूटरों को वापस लेने की कार्रवाई की। इसी तरह नासिक में में कई इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लगने की घटनाएं सामने आईं। जिसके बाद देश में इलेक्ट्रिक वाहनों की सुरक्षा को पुख्ता करने की मांग उठ खड़ी हुई है।