महिंद्रा एंड महिंद्रा के मैनेजिंग डायरेक्टर ने बताया, क्यों बंद हुआ Tata Nano का प्रोडक्शन जेम्स बांड जैसा होना चाहिए दिमाग ये बात आपको सुनने में थोड़ी मज़ाकिया लग सकती है लेकिन प्रेसिडेंट ट्रंप की कार को चलाने के लिए जिस शख्स को चुना जाता है उसका दिमाग जेम्स बांड की तरह तेज़ होता है। ड्राइवर के चुनाव प्रक्रिया बहुत कड़ी होती है और इसे पास करने वाले व्यक्ति को ही ड्राइवर बनने के लिए चुना जाता है। इसके बाद ड्राइवर को ख़ास ट्रेनिंग दी जाती है जिससे वो जरूरत पड़ने पर पलक झपकने की गति से अहम फैसले ले सके।
होता है हेल्थ और मेंटल चेकअप आपको ये बात जानकर हैरानी होगी कि ट्रंप का ड्राइवर बनने से पहले शख्स के दिमाग और हेल्थ की नियमित जांच होती है। दरअसल ऐसा इसलिए किया जाता है जिससे सुनिश्चित किया जा सके कि व्यक्ति ट्रंप की कार को अच्छे से चला सकता है या नहीं और ये उस व्यक्ति की ट्रेनिंग का अहम हिस्सा होता है।
यूएस सीक्रेट सर्विस देता है ट्रेनिंग ट्रंप के ड्राइवर को यूएस सीक्रेट सर्विस ( US Secret Service ) की तरफ से कड़ी ट्रेनिंग दी जाती है और इस ट्रेनिंग में एक से ज्यादा लोगों को शामिल किया जाता है और फिर इनमें से उस ख़ास ड्राइवर को चुना जाता है जो ट्रंप की कार चलाने के लिए पूरी तरह से परफेक्ट होता है।
सिर्फ ड्राइविंग ही बल्कि कॉम्बैट ट्रेनिंग भी लेता है ड्राइवर लोगों को लगता है कि डोनाल्ड ट्रंप का ड्राइवर सिर्फ ड्राइविंग ही जानता है पर ये गलत है, क्योंकि ट्रंप का ड्राइवर किसी कमांडो से कम नहीं होता है और जरूरत पड़ने पर दुश्मनों को मार-पीट भी सकता है साथ ही गन भी चला सकता है। ये ट्रेनिंग ट्रंप की सुरक्षा को पूरी तरह से सुनिश्चित करती है।
ऑटोमोबाइल कंपनियों के पास लगा BS4 वाहनों का ढेर, बेचने के लिए आजमा रही हैं तरह-तरह के पैंतरे कार को हाईस्पीड में किसी भी जगह से निकाल सकता है ड्राइवर ख़ास बात ये है कि ट्रंप का ड्राइवर किसी आम ड्राइवर से काफी अलग होता है और इन्हें तेज स्पीड में सेफ ड्राइव करने की ट्रेनिंग भी दी जाती है जिससे ये किसी भी जगह से तेजी से ट्रंप को बाहर निकाल सकें। ट्रंप का ड्राइवर ना सिर्फ तेज करा चला सकता है बल्कि तेज स्पीड में रिवर्स ड्राइविंग, 180 डिग्री टर्न, और फास्ट जिग-जैक ड्राइविंग भी कर सकता है।