पुलिस से उठ जाएगा भले लोगों का भरोसा
जहां एक मां अपने बेटे का निर्दोष होने का दावा ठोकती रही रो-रोकर बेहोश होती रही तो वहीं योगी सरकार की पुलिस के द्वारा बिना जांच किये हुए ही उस मां के आंख के तारे को जेल भेज दिया गया। वाह री योगी सरकार तथा सरकार में काम करने वाले पुलिस कर्मी अगर ऐसा ही हुआ तो वो दिन दूर नहीं कि जब भले लोगों का भरोसा पुलिस से उठ जाएगा।
खाद्य निरीक्षक के साथ हुई हाथा पाई
कस्बा इंचार्ज निसारुद्दीन के द्वारा दो अप्रैल को कस्बा निवासी मनीष गुप्ता पुत्र स्व० अशोक गुप्ता को अपराधी मानते हुए जेल भेज दिया।
कस्बा इंचार्ज ने बताया कि बीती 9 मार्च को क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी द्वारा दी गई सूचना के आधार पर फरार चल रहे अभियुक्त को पकड़कर जेल भेजा गया। तथा बांकी बचे चार अपराधियों को भी जल्द गिरफ्तार किया जायेगा। तो वहीं मनीष गुप्ता की गिरफ्तारी के विरोध में दो अप्रैल को मंडल अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी रोहित तिवारी, वैश्य एकता परिषद युवा संगठन ब्लॉक अध्यक्ष राकेश कुमार उर्फ छोटे गुप्ता, बरिष्ठ भाजपा नेता सुभाष चंद्र गुप्ता, आलोक, रोहित, आदेश गुप्ता, बलराम शाक्य, अनुज यादव, संदीप गुप्ता, दिनेश, सचिन गुप्ता, मोहित गुप्ता, रोहित समेत कस्बा के सैकड़ों वरिष्ठ नागरिकों तथा व्यापारियों के द्वारा कस्बा इंचार्ज निसारुद्दीन से कहा गया कि विगत दिनों हुई खाद्य निरीक्षक के साथ हुई हाथा पाई के में मनीष गुप्ता का कोई दोष नहीं है तथा उपरोक्त व्यक्ति के यहां जन्मदिन के कार्यक्रम में था। वह मौके पर मौजूद भी नहीं था और न ही उपरोक्त व्यक्ति झगड़ालू किस्म का व्यक्ति है।
मनमानी के चलते एक निर्दोष व्यक्ति को भेजा जेल
कस्बा इंचार्ज निसारुद्दीन की गन्दी सोच तथा चन्द चाटुकारों के द्वारा रखे गए नाम के अनुसार कस्बा इंचार्ज ने सभी को दरकिनार करते हुए निर्दोष मनीष गुप्ता को जेल भेज दिया इतना ही नहीं ये धमकी भी दी कि यदि ज्यादा बात करोगे तो अभी चार लोगों को और भी जेल भेजना है जिसमे तुम लोगों में से ओर भी लोगों को जेल भेज दिया जायेगा और जिसको जो करना हो करो देखता हूं मेरा क्या बिगड़वा लोगे। जब मौके पर मौजूद सभी लोगों ने इस बात को थानाध्यक्ष राजदेव प्रजापति से कही तो उन्होंने भी इस बात का कोई भी निस्तारण नहीं किया बल्कि ये कहकर पल्ला झाड़ लिया कि विवेचक समझे मुझे इससे कोई मतलब नहीं। जिससे छुब्ध नेता तथा व्यापारी तीन अप्रैल की शाम को पुलिस अधीक्षक औरैया से रात्रि करीब 9 बजे मिलकर थानाध्यक्ष राजदेव प्रजापति एवं कस्बा इंचार्ज निसारुद्दीन की लिखित शिकायत की तथा उन्हें मौखिक रूप से भी अवगत कराया गया कि कस्बा इंचार्ज की मनमानी के चलते एक निर्दोष व्यक्ति को जेल भेज दिया गया जो अपने घर मे अकेला ही कमाने वाला है तथा उसकी दो बहिने शादी योग्य है व पिता का कैंसर की बीमारी के चलते 2010 में निधन हो गया था।
कड़ी कार्रवाई करने का दिया आश्वासन
अधीक्षक महोदय को जानकारी देते हुए कहा कि थाने में अधिकांश किसी भी घटना की जांच कस्बा इंचार्ज निसारुद्दीन को दी जाती है। जबकि थाने में और भी एस आई है जो सारे दिन थाने में ही रहते हैं तथा हल्की फुल्की जांच सौंपी जाती है जबकि इस कमाऊ एस आई निसारुद्दीन को अधिक जांचे सौपी जाती हैं। इतना ही नहीं थानाध्यक्ष द्वारा छुट्टी जाने पर भी कार्यवाहक थानाध्यक्ष भी हमेशा निसारुद्दीन को ही बनाया जाता है। जिस पर पुलिस अधीक्षक औरैया ने जांच कर जल्द कार्रवाई करने की बात कही साथ ही साथ पुलिस अधीक्षक नागेश्वर सिंह ने कहा कि जांच में यदि कस्बा इंचार्ज दोषी पाया जाता है तो निसारुद्दीन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।