सावन के इस अनुष्ठान से भोलेनाथ पूरी करते हैं हर इच्छा, मिलती है दीर्घायु और धन संपदा
Sawan Anushthan: सावन शिव पूजा का महीना है, इसमें सावन अनुष्ठान किए जाने की परंपरा है। मान्यता है कि इस महीने में अनुष्ठान से हर मनोकामना पूरी होती है। इन्हें दीर्घायु मिलती है और धन संपदा प्राप्त होती है। आइये जानते हैं सावन में क्या अनुष्ठान करें …
Sawan Anushthan 2024: सावन भगवान शिव का अति प्रिय महीना है। इसमें उनकी भक्ति का सर्वाधिक फल मिलता है। इसी कारण सावन में शिव भक्त भोले की भक्ति में रमे रहते हैं। मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ जाती हैं। ज्योतिषाचार्य पं. अमर डब्बावाला से जानें श्रावण मास में कौन से अनुष्ठान करना चाहिए।
पौराणिक मान्यता के अनुसार श्रावण मास में भगवान शिव की आराधना करने के बाद यथा श्रद्धा भक्ति, सत्संग, पारायण का भी लाभ लिया जा सकता है। मान्यता है कि पारायण करने के बाद या सत्संग के बाद में खड़े धान का दान करना चाहिए और पशु पक्षियों को चारा देना चाहिए। यह एक विशेष अनुक्रम रहता है, जिसका पूर्ण फल प्राप्त होता है।
सावन में भगवान शिव की आराधना करने से मनोरथ सिद्ध होते हैं। पूरे मास शिव कथा, लीला, शिव महापुराण या शिव स्तोत्र के पाठ, शिव कवच, महामृत्युंजय की साधना करने से मन, बुद्धि, शरीर का रोग समाप्त होता है। उत्तम स्वास्थ्य, उत्तम दीर्घायु की प्राप्ति होती है।
यही नहीं मास पर्यंत पंचोपचार या षोडशोपचार से भगवान शिव की पूजन की जाती है या शिवलिंग का नित्य अभिषेक किया जाता है, अगर पंचामृत का अभिषेक ना हो सके, तो जल से भी भगवान शिव का अभिषेक कर सकते हैं।