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माता लक्ष्मी के स्वागत के लिए घर-द्वार सजकर तैयार, शुभ मुहूर्त में की जाएगी पूजा

हिंदुओं के सबसे बड़े पर्व दिवाली को लेकर लोगों में उत्साह और उमंग है। सुख-समृद्धि की देवी माता लक्ष्मी के स्वागत में घर-द्वार सज कर तैयार हैं। बच्चों सहित हर वर्ग अपने स्तर पर तैयारी में लगे हैं।

बालोदOct 30, 2024 / 11:35 pm

Chandra Kishor Deshmukh

हिंदुओं के सबसे बड़े पर्व दिवाली को लेकर लोगों में उत्साह और उमंग है। सुख-समृद्धि की देवी माता लक्ष्मी के स्वागत में घर-द्वार सज कर तैयार हैं। बच्चों सहित हर वर्ग अपने स्तर पर तैयारी में लगे हैं।
Deepawali हिंदुओं के सबसे बड़े पर्व दिवाली को लेकर लोगों में उत्साह और उमंग है। सुख-समृद्धि की देवी माता लक्ष्मी के स्वागत में घर-द्वार सज कर तैयार हैं। बच्चों सहित हर वर्ग अपने स्तर पर तैयारी में लगे हैं। मंगलवार को धनतेरस एवं बुधवार को नरक चौदस पर भी बाजारों में जमकर खरीदारी हुई। जिले में धनतेरस पर करोड़ों का कारोबार होने का अनुमान है। गुुरुवार व शुक्रवार को धन की देवी मां लक्ष्मी की शुभ मुहूर्त पर विशेष पूजा होगी। इधर कपड़े की दुकानों में जमकर खरीदी हो रही है। गांवों में बुधवार को धनतेरस मनाया गया। वहीं गुरुवार 31 अक्टूबर को नरक चौदस व 1 नवंबर को माता लक्ष्मी की पूजा की जाएगी।

कुछ गांवों में बुधवार को मनाया धनतेरस

इस बार दो दिन दीवाली मनाई जाएगी। कई गांव में लोग 31 अक्टूबर और कई गांवों में दिवाली एक नवंबर को मनाई जाएगी। हालांकि जिले के कुछ गांवों में बुधवार को धनतेरस मनाया गया।
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पूजन सामग्री की जमकर हुई बिक्री

दिवाली पर पूजा में मां लक्ष्मी को मिठाई के साथ बताशा और लाई का भोग लगाना शुभ माना जाता है। बाजार में बताशा, लाई, सिंघाड़ा सहित माता की प्रतिमा, फोटो आदि की अच्छी बिक्री हो रही है। लक्ष्मी पूजा के दिन गुरुवार को ज्यादा खरीदारी होगी।

आधी रात को रचाएंगे गौरा-गौरी का विवाह

नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में दिवाली पर भगवान गौरा और माता गौरी को जगाने की परंपरा है। यह रिवाज आदिवासी समाज का है, जिसे हर वर्ग मनाता है। आदिवासी समाज की महिलाओं ने पारंपरिक गौरा गौरी गीतों के साथ गौरा-गौरी जगाया। दिवाली की आधी रात गौरा गौरी का विवाह भी रचाएंगे।
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कुछ जरूरी बातें, जिसे याद रखना जरूरी

दिवाली पर हम कुछ ऐसा करें कि रौशनी का पर्व हमारे साथ दूसरों के लिए खुशी बनकर आए। एक-दूसरे के साथ खुशियां बांटें। लोगों को हमारी मदद की जरूरत हो तो पीछे हटने की बजाय आगे बढ़कर सहायता करें। खूब आतिशबाजी होगी। पटाखे चलाते समय हमेशा सावधानी रखें। किसी भी अनहोनी से निपटने हेल्पलाइन नंबर फस्र्ट एड बॉक्स जैसी चीजें जरूर रखें।

पटाखे जलाते समय इन बातों का रखें ध्यान

पटाखे हमेशा खुली जगह पर चलाएं।
पास में पानी की बाल्टी या रेत जरूर रखें।
पटाखे चलाते वक्त आसपास ज्वलनशील पदार्थ न हो।
पटाखे जलाते समय बच्चों के साथ बड़ा व्यक्ति जरूर रहे।
पटाखे किसी लंबी लकड़ी या मोमबत्ती के सहारे जलाएं।
एक बार में एक ही पटाखा जलाएं।
पटाखे में आग न लगे तो दोबारा जलाने की कोशिश ना करें। उसे हाथ से उठाने की बजाय पानी डाल दें।
पटाखे जलाते समय सूती के कपड़े पहने।
कोई जल या झुलस जाए तो उसे तत्काल ठंडी जगह पर ले जाएं और जितनी जल्दी हो नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करें।

यह नंबर भी रखें याद

पुलिस कंट्रोल रूम 07749-223807
कंट्रोल रूम 100, 112
कोतवाली थाना बालोद 07749-220003
नगर पालिका बालोद 07749-222008
जिला अस्पताल बालोद 07749-223924
फायर ब्रिगेड कंट्रोल रूम 07749-223807

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