दक्षिण-पश्चिम दिशा में क्रिस्टल ग्रिड लगाने से राहु और केतु की नकारात्मक ऊर्जा बेअसर होने लगती है। इससे राहु केतु के दुष्प्रभाव कम हो जाएंगे। ये भी पढ़ेंः महंगे रत्न ही नहीं ये देशी जड़ी बूटियां भी दूर करती हैं कुंडली के दोष, जानें पहनने का नियम
दक्षिण-पश्चिम दिशा में दीवारों को हल्के नीले या हल्के रंगों से रंगने से ऊर्जा को संतुलित करने और एक सामंजस्यपूर्ण वातावरण बनाने में मदद मिल सकती है।
दक्षिण-पश्चिम दिशा में पर्याप्त लाइट व्यवस्था करें, इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर करने में मदद कर सकती है।
दक्षिण-पश्चिम दिशा में विंड चाइम्स या दर्पण जैसे फेंगशुई वस्तुओं को रखने से नकारात्मक ऊर्जा को हटाने और सकारात्मकता को बढ़ाने में मदद मिलेगी।
वास्तु यंत्र, जैसे राहु यंत्र या केतु यंत्र को दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखने से इन ग्रहों के हानिकारक प्रभावों को कम करने में मदद मिल सकती है। ये भी पढ़ेंः Daily Horoscope पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा को नियमित रूप से नमक के पानी से साफ करने से ऊर्जा को शुद्ध करने और सकारात्मक वातावरण बनाए रखने में मदद मिल सकती है।