कब बनेगा षडाष्टक योग
Mangal Shani Shadashtak Yog: ज्योतिषाचार्य डॉ. अनीष व्यास के अनुसार मंगल ग्रह मेष और वृश्चिक राशि के स्वामी हैं, 20 अक्तूबर को दोपहर 2.22 बजे मंगल ने कर्क राशि में गोचर किया है। इसके बाद 7 दिसंबर को मंगल कर्क राशि में वक्री हो जाएंगे और वक्री गति से गोचर करते हुए 21 जनवरी 2025 की सुबह 10:05 बजे फिर से मिथुन राशि प्रवेश कर जाएंगे। इस दौरान मंगल और शनि एक दूसरे से छठे आठवें भाव में होकर षडाष्टक योग बनाएंगे।षडाष्टक योग का असर
Mangal Shani Shadashtak Yog effect: डॉ. व्यास के अनुसार मंगल शनि षडाष्टक योग बनने से दुनिया के विभिन्न देशों में हिंसक घटनाओ के होने की आशंका है। दुनिया का हाल कई देशों के बीच चल रहे युद्ध से बेहाल रहेगा। मंगल ग्रह भूमि, जमीन-जायदाद, प्रापर्टी, युद्ध, सेना, रक्त और क्रोध के कारक ग्रह माने जाते हैं।वहीं मंगल-शनि षडाष्टक योग के कारण दुर्घटना, आगजनी, आतंक और तनाव बढ़ने की आशंका है। आंदोलन धरना प्रदर्शन हड़ताल, बैंक घोटाला, वायुयान दुर्घटना, विमान में खराबी, शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव आदि की स्थितियां बनेंगी। इसके चलते राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप ज्यादा होंगे। सत्ता संगठन में बदलाव होंगे। मनोरंजन फिल्म खेलकूद एवं गायन क्षेत्र से बुरी खबर मिलेगी। बड़े नेताओं का दुखद समाचार मिलने की आशंका है।
कर्क राशि में मंगल गोचर का प्रभाव
Kark Rashi Me Mangal Ka Effect: डॉ. व्यास के अनुसार जब भी मंगल ग्रह राशि परिवर्तन करते हैं तो इनका विशेष प्रभाव लोगों के जीवन पर पड़ता है। कर्क राशि में मंगल ग्रह का गोचर करने का भी कुछ राशि के जातकों को विशेष लाभ मिलेगा। इनको भाग्य का अच्छा साथ मिलेगा और धन लाभ के मौके बनेंगे। इस समय रोजगार के क्षेत्र में वृद्धि, आय में वृद्धि होगी। यह समय भारत की अर्थ व्यवस्था के लिए शुभ है। खाद्य सामग्री की कीमतें सामान्य रहेंगी।इधर, कर्क राशि में मंगल गोचर का देश और दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों में गति आएगी। हालांकि मंगल के कारण प्राकृतिक आपदा के साथ अग्नि कांड, भूकंप, गैस दुर्घटना, वायुयान दुर्घटना होने की संभावना है। पूरे विश्व में राजनीतिक अस्थिरता यानि राजनीतिक माहौल उच्च होगा। पूरे विश्व में सीमा पर तनाव शुरू हो जाएगा। मंगल की वजह से दुर्घटना होने की आशंका है। देश के कुछ हिस्सों में हवा के साथ बारिश रहेगी। भूकंप या अन्य तरह से प्राकृतिक आपदा आने की भी आशंका है।
मंगल शांति का उपाय (Mangal Ka Upay)
भविष्यवक्ता डॉ. अनीष व्यास के अनुसार मंगल के अशुभ असर से बचने के लिए हनुमानजी की पूजा करनी चाहिए। लाल चंदन या सिंदूर का तिलक लगाना चाहिए। तांबे के बर्तन में गेहूं रखकर दान करने चाहिए।डिस्क्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारियां पूर्णतया सत्य हैं या सटीक हैं, इसका www.patrika.com दावा नहीं करता है। इन्हें अपनाने या इसको लेकर किसी नतीजे पर पहुंचने से पहले इस क्षेत्र के किसी विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।