शनि कब धन की हानि करवाता है?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अगर शनि कुंडली के अशुभ भावों में हो तो, धन की हानि होती है। अगर शनि नीच राशि मेष में हो या सूर्य के साथ हो तो भी पैसों का नुकसान होता है। कुंडली में प्रतिकूल शनि होने पर जब साढ़े साती या ढैया लगती है, तो भी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ता है। इसके अलावा, बेवजह नीलम धारण करने से, अशुद्ध आचरण करने से और बुजुर्गों का अनादर करने से भी शनि से संबंधित परेशानियों में इजाफा होता है।
शनि कब बना देता है धनवान?
अगर कुंडली में शनि अनुकूल हो और तीसरे, छठे या एकादश यानी ग्यारहवें भाव में हो तो, व्यक्ति को कभी भी आर्थिक तंगी नहीं झेलनी पड़ती। बल्कि उसे जीवन भर आर्थिक लाभ ही मिलते हैं। शनि उच्च का हो या अपने घर यानी कुंडली के 10वें या 11वें भाव या फिर कुंभ और मकर राशि में हो तो भी लोग मालामाल रहते हैं। शनि विशेष अनुकूल हो और शनि की महादशा, साढ़ेसाती या ढैया चल रही हो तो, जीवन में कभी भी आपको आर्थिक परेशानियां नहीं होंगी। इसके अलावा, माता-पिता का आशीर्वाद हो और व्यक्ति भगवान श्रीकृष्ण और शिव जी का भक्त हो तो, आर्थिक मोर्चे पर हालात कभी खराब नहीं होते हैं।
धन प्राप्ति के लिए शनि को प्रसन्न करने के उपाय
शनिवार को पहले पीपल वृक्ष के नीचे सरसों का चौमुखी दीपक जलाएं। इसके बाद कम से कम तीन बार वृक्ष की परिक्रमा करें। परिक्रमा के बाद शनिदेव के तांत्रिक मंत्र ‘ऊं प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम:’ का कम से कम 108 बार जाप करें। अंत में किसी निर्धन व्यक्ति को सिक्कों का दान करें।
बिजनेस में लाभ के लिए शनि के उपाय
यदि आप बिजनेस में लाभ चाहते हैं, तो शनिवार के दिन सूर्योदय के पूर्व पीपल के वृक्ष की जड़ में जल अर्पित करें। शाम को उसी वृक्ष के नीचे एक बड़ा एक मुखी दीपक लोहे की कटोरी में जला दें। अब वहीं पर खड़े होकर शनि चालीसा का पाठ करें। पाठ के बाद किसी निर्धन व्यक्ति को भोजन जरूर करवाएं। शनिवार के दिन पूरी तरह से सात्विक बने रहें।