क्या है मां की सवारी (Maa durga ki savari)
मान्यता है कि हर नवरात्रि मां दुर्गा धरती पर आती हैं और नौ दिन तक भक्तों के बीच रहकर उनकी पूजा स्वीकार करती हैं और फिर अपने लोक को वापस लौटती हैं। खास बात यह है कि मां दुर्गा किसी न किसी वाहन से धरती पर आती हैं और किसी वाहन से ही अपने लोक को लौटती हैं। इस बार आषाढ़ गुप्त नवरात्रि में मां दुर्गा अश्व से धरती पर आएंगी।ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब माता घोड़े पर सवार होकर आती है तो देश दुनिया में उपद्रव और अराजकता देखने को मिलती है। इससे जनता में असंतोष बढ़ता है। वहीं वर्षा की अधिकता होगी जो फसल के लिए किसानों के लिए शुभ होगा।
गुप्त नवरात्रि में क्या करना चाहिए (Gupt Navratri Me Kya Karen)
- गुप्त नवरात्रि में मातारानी का व्रत बहुत फलदायक होता है।
- यदि आप सभी व्रत नहीं रख सकते हैं तो आप जोड़े में व्रत रख लें, उदाहरण के लिए दो, चार या छह आदि।
- गुप्त नवरात्रि में सुबह जल्दी उठकर, स्नान ध्यान के बाद मातारानी की पूजा करें।
- गुप्त नवरात्रि के 10 दिनों में मातारानी के 10 महाविद्या की पूजा करें।
- इसमें से प्रत्येक महाविद्या का अपना अलग महत्व है। वे उसी के अनुसार ही मनुष्यों को फल देती हैं।
- गुप्त नवरात्रि में सात्विक भोजन करें, मांसाहार, प्याज से दूर रहें।
गुप्त नवरात्रि में क्या न करें (Gupt Navratri Me Kya Na Karen)
- गुप्त नवरात्रि में अपनी पूजा-साधना को घर के बाहर के किसी व्यक्ति को ना बताएं।
- गुप्त नवरात्रि में पूजा, विधि, व्रत, दान इत्यादि के बारे में किसी से चर्चा करने पर उसका फल नहीं मिलता है।
- गुप्त नवरात्रि का रहस्य किसी के सामने उजागर नहीं करना चाहिए वर्ना सारा तप व्यर्थ चला जाता है।
- गुप्त नवरात्रि में मन को शुद्ध रखना चाहिए। मन में नकारात्मक विचारों को आने से रोकें और सकारात्मकता फैलाएं।
- बहुत से लोग गुप्त नवरात्रि को तंत्र-साधना से दूसरे लोगों को हानि पहुंचाने का काम करते हैं। लेकिन आगे चलकर इसका दुष्परिणाम इनको भी दोगुना भोगना पड़ता है। इसलिए ऐसे कृत्य से बचें।
- गुप्त नवरात्रि में किसी का बुरा न सोचें, मांसाहार का सेवन न करें, स्त्री का अपमान न करें उससे मारपीट न करें।