तुला राशिः वृषभ राशि की तरह तुला राशि के भी स्वामी शुक्र हैं, जो सुख-समृद्धि के कारक हैं । शुक्र और शनि में मित्रता भी है। इससे शनि उदय से तुला राशि पर भी कृपा होगी। इससे शनि उदय से तुला राशि के जातक को भाग्य का साथ मिलने लगेगा, उसके रास्ते में कोई बाधा नहीं आएगी। नौकरी और व्यवसाय में तुला राशि के जातक को तरक्की मिलेगी। कार्यस्थल की परेशानी से छुटकारा मिलेगा और जितनी मेहनत करेंगे उतना ही अधिक फल मिलेगा। इसे और बढ़ाने के लिए रोजाना शनि मंत्र का जाप करना चाहिए।
कुंभ राशिः इस राशि के स्वामी शनि देव ही हैं और शनि अभी इसी राशि में अस्त हैं। इसलिए शनि उदय का सबसे अधिक लाभ कुंभ राशि के जातकों को ही होगा। इस राशि के जातक को भाग्य का जबर्दस्त साथ मिलेगा, थोड़ी से भी मेहनत अधिक फल दिलाएगी। खर्चों में वृद्धि के बाद भी आमदनी में हुई वृद्धि से आप खुदको धनवान महसूस करेंगे। निवेश का आपको लाभ मिलेगा, रूके काम पूरे होंगे। इससे सेहत में भी सुधार होगा। इस राशि के जातक शनिदेव का स्मरण करें।