घर के लोगों पर बढ़ता है कर्ज
ऐसी मान्यता है कि इस प्रथा से घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है, जिससे बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। यह भी माना जाता है कि बिस्तर पर भोजन करने से परिवार के लोगों को कर्ज का सामना करना पड़ सकता है और घर में अशांति का माहौल बनता है।इसलिए बिस्तर पर खाने से रोकता है विज्ञान
इसके अलावा वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी बिस्तर पर भोजन करना हानिकारक माना जाता है। इससे पाचन क्रिया और शरीर दोनों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।दरअसल, हमारे सबकॉन्शियस माइंड (अवचेतन अवस्था) में ये बात फिट है कि बिस्तर पर हम आराम करते हैं। शरीर आराम करने की अवस्था में होता है, जिससे पाचन क्रिया धीमी हो जाती है।
इससे गैस, पेट दर्द जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। एकाग्रता में कमी भी आती है, जिससे भोजन ठीक से नहीं पचता और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं पैदा हो जाती हैं। जाहिर सी बात है आपकी गाढ़ी कमाई जो आप अपनी उन्नति पर लगा सकते थे, व्यर्थ ही खराब स्वास्थ्य को दुरुस्त करने में लगेगा। इससे आखिरकार धन बर्बाद ही होगा।
जूठे बर्तन भी किचन में न छोड़ें
भोपाल की वास्तु शास्त्री अंजना गुप्ता के अनुसार भोजन हमेशा जमीन पर बैठकर करना अच्छा होता है। खाना खाते समय उत्तर-पूर्व की दिशा की ओर मुख रखना शुभ फल देने वाला माना जाता है। वहीं रात को खाना खाने के बाद जूठे बर्तन किचन में नहीं छोड़ने चाहिए क्योंकि ऐसा करने से मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं।साथ ही भोजन करने के बाद जिस स्थान पर खाना खाया गया हो, उसे अच्छे से साफ करना भी महत्वपूर्ण है। इन आदतों को अपनाकर न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक मान्यताओं का पालन किया जा सकता है, बल्कि स्वास्थ्य भी बेहतर रखा जा सकता है।