टीटीपी की स्थापना 2007 में बैतुल्ला महसूद द्वारा की गई थी। इस समय इसे चार गुटों में विभाजित कर दिया गया है। इनमें स्वात समूह, मेहसूद समूह, बाजौर एजेंसी समूह और दर्रा आदम खेल समूह शामिल हैं। पाकिस्तान में कई हमलों में आतंकी सैफुल्ला महसूद का हाथ रहा है। वह पाकिस्तानी अधिकारियों द्वारा वांछित आतंकियों की सूची में भी शामिल था।
एक ऑडियो संदेश में, महसूद का दावा था कि उसके समूह ने इस साल 75 आतंकी हमले किए। इनमें से ज्यादातर खैबर पख्तूनख्वा के उत्तर और दक्षिण वजीरिस्तान जिलों में स्थानीय बुजुर्गों को निशाना बनाते हुए किया था। हालांकि पाकिस्तानी अधिकारियों द्वारा इस दावे का सत्यापन नहीं किया गया।
विश्लेषकों के अनुसार महसूद की मृत्यु टीटीपी के लिए एक बड़ा झटका है क्योंकि वह चारों गुटों को एकजुट करने का प्रयास कर रहा था। पेशावर के पत्रकार साबूर खट्टक के अनुसार टीटीपी पहले ही कई समूहों में विभाजित हो चुका है। वह उन्हें सक्रिय करने के प्रयास में था। खट्टक ने बताया कि मेहसूद ने कराची में 2015 में हुए भयानक बस हमले की जिम्मेदारी ली थी। इस हमले में 45 लोग मारे गए थे।