इन जहरीले बिच्छुओं के डंक मारने से अब तक 3 लोगों की मौत हो गई है और करीब 500 लोग अस्पताल पहुंच गए हैं। कई सांप भी बिल में पानी घुस जाने के बाद बाहर निकल आए हैं जिससे परेशानी और बढ़ गई है।
मिस्र स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक हर साल अस्वान इलाके में एक इंच बारिश होती है लेकिन इस साल असामान्य तरीके से भारी बारिश हो गई और बर्फ भी गिरी है। बिच्छू आमतौर पर दिन में दरार और चट्टानों के नीचे छिपे होते हैं और रात के समय ये निकलते हैं। ये रात में छोटी छिपकली और कीड़ों का शिकार करते हैं। अभी तक मृतकों के बारे में कोई भी डिटेल नहीं सामने आया है।
मिस्र में बड़ी तादाद में जानलेवा अरबी नस्ल के बिच्छू पाए जाते हैं और इन्हें दुनिया में सबसे खतरनाक माना जाता है। इन बिच्छुओं के डंक मारने पर तत्काल तेज दर्द शुरू हो जाता है, सूजन और चकत्ते आ जाते हैं। अगर डंक मारने के 1 घंटे के भीतर इलाज नहीं किया जाता है तो इंसान की मौत हो जाती है।
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मिस्र के बिच्छुओं का रंग पीला होता है और पूंछ काफी मोटी तथा हल्की काली होती है। इस महासंकट को देखते हुए डॉक्टरों की छुट्टियों को रद कर दिया गया है। मिस्र के स्वास्थ्य मंत्रालय के एक प्रतिनिधि ने बताया कि बिच्छुओं के काटने के बाद 89 लोगों को अस्वान यूनिवर्सिटी के अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है।
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यही नहीं सैकड़ों लोगों का शहर के अन्य अस्पतालों में इलाज चल रहा है। मरीजों की भारी संख्या को देखते हुए छुट्टी पर गए डॉक्टरों को वापस बुला लिया गया है। सभी अस्पतालों को बिच्छुओं का जहर खत्म करने वाली दवा की अतिरिक्त सप्लाइ की गई है। बिच्छुओं के काटने से लोगों को धुंधला दिखने लगा है जिससे शहर के कुछ रास्तों पर यातायात को रोक दिया गया था।