बैठक में राष्ट्रपति ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी से कहा कि ‘हम लोग काफी अच्छे दोस्त हो गए हैं, हमारे देशों में इससे पहले कभी इतनी नजदीकी नहीं हुई। मैं ये बात पूरे भरोसे से कह सकता हूं। हम लोग कई क्षेत्रों में मिलकर काम कर रहे हैं। बैठक शुरू होते ही एक बार फिर ट्रम्प ने मोदी को जीत के लिए बधाई दी। ट्रम्प के साथ बैठक शुरू होने से पहले ही जापान-अमरीका और भारत के प्रमुखों की मुलाकात हुई। राष्ट्रपति ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शिंजो आबे को चुनाव में मिली जीत पर बधाई दी और कहा कि दोनों नेता अपने अपने देश में काफी अच्छा काम कर रहे हैं।
वहीं अमरीकी राष्ट्रपति ने कहा कि दोनों देश एक दूसरे के लम्बे समय से सहयोगी हैं। और दोनों की नीतियों में द्विपक्षीय संबंध महत्वपूर्ण स्थान रखता है। ट्रंप ने बातचीत के दौरान दिए गए भारत-अमरीका के बीच रक्षा सहयोग और साझा हितों को मजबूत करने पर बल दिया।
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इन मुद्दों पर हुई बातचीतप्रधानमंत्री मोदी ने मीटिंग में कहा कि वह चार प्रमुख मुद्दों पर बात करना चाहते हैं। इनमें ईरान, 5जी, द्विपक्षीय रक्षा संबंध और आपसी टैरिफ का मुदा अहम है। लोकसभा चुनाव में प्रचंड जीत दर्ज करने पर डोनाल्ड ट्रंप ने पीएम मोदी को फोन कर बधाई दी थी और साथ मिलकर भारत-अमरीका सहयोग को बढ़ाने के लिए काम करने की प्रतिबद्धता जताई थी। ऐसे में जी-20 में पीएम मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात को लेकर सबकी निगाहें टिकीं हुई थीं।
S-400 पर नहीं हुई कोई चर्चा
बैठक के बाद विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा कि अमरीका -भारत द्विपक्षीय सहयोग पर दोनों नेताओं ने बातचीत की। उन्होंने बताया कि दोनों देशों के बीच S-400 मुद्दे पर चर्चा नहीं की गई। ईरान पर जरूर बात हुई। प्राथमिक ध्यान इस बात पर था कि वहां स्थिरता कैसे सुनिश्चित की जाय, क्योंकि खाड़ी क्षेत्र की अस्थिरता दुनिया को कई तरह से प्रभावित करती है। ईरान सहित खाड़ी में शांति की स्थापना न केवल भारत की ऊर्जा जरूरतों के मामले में महत्वपूर्ण है, बल्कि खाड़ी में प्रवासी भारतीयों के संदर्भ में इसका बेहद महत्व है।
दोनों देशों के बीच अहम हैं ये मुद्दे
प्रधानमंत्री मोदी और डोनाल्ड ट्रंप के बीच व्यापार और आर्थिक मुद्दों पर द्विपक्षीय संबंधों में आए तनाव को दूर करने को लेकर बातचीत हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात से पहले अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट करते हुए कहा ‘मैं इस तथ्य के बारे में प्रधान मंत्री मोदी के साथ बात करने के लिए उत्सुक हूं कि भारत, अमरीका के खिलाफ बहुत ज्यादा टैरिफ लगा रहा है। यह अस्वीकार्य है और टैरिफ को वापस लेना चाहिए।’
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– भारत और रूस के बीच S-400 हवाई रक्षा प्रणालियों के लिए 5 बिलियन डॉलर के रक्षा सौदे को लेकर नाराजगी का मुदा भी इस बैठक में उठने की उम्मीद थी, लेकिन इस बारे में कोई बात नहीं हुई। हालांकि पूर्व में भारत ने विदेशमंत्री माइक पोम्पियो के साथ मुलाकात के दौरान दो टूक जवाब देते हुए साफ कर दिया था कि S-400 सौदे को रद्द नहीं किया जा सकता है।
– पाकिस्तान के मामले में आतंकवाद को लेकर बातचीत की संभावना थी। बता दें कि बालाकोट स्ट्राइक के बाद अमरीका ने पाकिस्तान को चेतावनी दी थी कि आतंकियो के खिलाफ कार्रवाई करे।
– ईरान मुद्दे पर मोदी और ट्रम्प के बीच देर तक बातचीत हुई। चूंकि मौजूदा हालात में ईरान और अमरीका के बीच तनाव काफी गहरा गया है और अमरीका ने ईरान पर कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए हैं। इसमें ईरान से कच्चे तेल खरीदने पर भी पाबंदी है। ऐसे में भारत के लिए जरूरी था कि ईरान से तेल खरीदने के मसले को सुलझाया जाए।
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