रूहानी ने आरोप लगाया कि पश्चिमी देशों ने इसे पश्चिम एशिया में अपने हितों को आगे बढ़ाने के लिए स्थापित किया है। बता दें, ईरान के नेता अक्सर इजराइल की निंदा करते हैं। यहां तक कि इसके समाप्त होने की भविष्यवाणी करते हैं। किंतु रूहानी का ऐसा बयान पहले कभी सामने नहीं आया।
रूहानी ने इजराइल को ‘फर्जी शासन’ करार देते हुए कहा कि पश्चिमी देशों ने इसे स्थापित किया है। गौर हो, ईरान हिजबुल्ला और हमास जैसे आतंकी समूहों का समर्थन करता रहा है। यह संगठन इजराइल का विनाश चाहते हैं।
रूहानी ने अपने क्षेत्रीय प्रतिद्धंद्वी सऊदी अरब की ओर परोक्ष रूप से इशारा करते हुए कहा कि अमरीका इजराइल की रक्षा के लिए ‘क्षेत्रीय मुस्लिम देशों’ के साथ अपने नजदीकी संबंधों का उपयोग करता है।