माफी मांगे रशीद कीमतों को रोकने के उपाय करने के बजाय पाकिस्तान में सियासी आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है और सरकार और विपक्षी पार्टियों के बीच जबानी जंग छिड़ गई है। पाकिस्तान के सांसदों ने शेख रशीद के बयान की तीखी आलोचना की है। नेताओं का कहना है कि पाकिस्तान के लोग महंगाई से परेशान हैं और उनके मंत्री लोगों का मज़ाक उड़ा रहे हैं। लोगों ने रशीद से तुरंत माफी मांगने को कहा है।
रशीद का बेतूका बयान दरअसल रशीद ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘नवंबर-दिसंबर के महीने में लोग ज्यादा रोटियां खाते हैं’। उनके इस बयान पर वहां मौजूद पत्रकार हंसने लगे तो उन्होंने कहा, ‘ये कोई मज़ाक नहीं है। मैं जो भी कह रहा है हूं, इसके पीछे पूरा रिसर्च है।’
आसमान पर कीमतें पाकिस्तान में औसतन 13-15 फीसदी के हिसाब से रोज इस्तेमाल होने वाली चीज़ों की कीमतें बढ़ रही है। यहां खाने-पीने की चीजों की आसमान छूती कीमतों के बाद अब आटे की किल्लत ने आम लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। लाहौर समेत पाकिस्तान के कई शहरों में आटा 70 रुपये किलो तक बिक रहा है। कहा जा रहा है कि क्वेटा में जो नान पहले 20 रूपये के मिल रहे थे अब उसकी कीमत 40 रूपये हो गई है।
कई महीनों से जारी है किल्लत पाकिस्तान में आटे की किल्लत कई माह से जारी है। इसके लिए प्रधानमंत्री इमरान खान ने राज्य सरकारों को खाने की चीजों की हो रही कालाबाजारी, मुनाफाखोरी रोकने के लिए जरूरी कदम उठाने को कहा था। इसके बावजूद आटे पर महंगाई की मार पड़ रही है।