चीन की आबादी अब बढ़कर एक अरब 41 करोड़ हो गई है। पिछले 10 सालों में चीन की आबादी में 5.38 फीसदी का इजाफा हो गया है । चीन की नेशनल ब्यूरो ऑफ स्टेटिटिक्स ने आधिकारिक तौर पर चीन की नई आबादी के आंकड़े जारी किए हैं।
चीन ने अपनी आबादी पर नियंत्रण करने के लिए जनसंख्या रोकने पर फोकस किया। राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो के मुताबिक 2020 में समाप्त हुए दशक में देश की जनसंख्या सात करोड़ 20 लाख बढ़कर 1.41 अरब हो गई।
देश की अर्थव्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए एक तरफ चीन ने अपनी आबादी को रोकने में तो सफलता हासिल कर ली, लेकिन इस रोक के चलते चीन के सामने एक बड़ा संकट खड़ा हो गया है। ये संकट है कामकाजी आयु वर्ग का।
2017 से लगातार चीन के राष्ट्रीय जन्मदर में कमी दर्ज की गई है। साउथ चायना पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक चीन में काफी बड़ी आबादी तेजी से बुढ़ापे की तरफ जा रही है
चीन की सरकार ने जन्मदर बढ़ाने के लिए कई तरह के कार्यक्रम चलाए हैं, लेकिन सफलता नहीं मिल रही है। वहीं, पिछले साल आई एक रिपोर्ट में ये बात भी सामने आई कि, चीन की नई आबादी शादी से विश्वास खोती जा रही है। यही नहीं उनकी बच्चे पैदा करने में भी दिलचस्पी भी काफी कम हो रही है। लिहाजा अब चीन के सामने जनसंख्या बढ़ाने का संकट भी खड़ा हो सकता है।