हनुमान जयंती पर करीला में लगने वाले मेला में करीब पांच लाख श्रद्धालु शामिल होने और इस दौरान हजारों की संख्या में राई नृत्य होंगे। इसके लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं। वहीं श्रद्धालुओं के पेयजल के 50 टैंकरों से पानी की व्यवस्था की जाएगी।
मां जानकी मंदिर करीला में रंगपंचमी के बाद हनुमान जयंती पर भी हर साल मेला लगता है। मेले को दो दिन शेष हैं और ऐसे में ट्रस्ट मेले की तैयारियों में जुट गया है। कलेक्टर आर उमा महेश्वरी के मुताबिक मेले के लिए मजिस्ट्रेट ड्यूटी लगाई गई है, साथ ही मेले की अन्य सभी व्यवस्थाएं भी की जा रहीं। गर्मी के मौसम को देखते हुए करीला में तैयार की गई टोंटियों से पेयजल उपलब्ध कराने की व्यवस्था के साथ ही 50 टैंकरों को भी लगाया जा रहा, ताकि श्रद्धालुओं को आसानी से पेयजल उपलब्ध हो सके। साथ ही सुरक्षा के लिए पुलिस बल भी तैनात किया जाएगा। इसके लिए कुछ दिन पहले ही एसपी अमनसिंह राठौड़ ने करीला पहुंचकर मेले में सुरक्षा व्यवस्था के अधिकारियों को निर्देश दिए थे।
इस बार हनुमान जयंती पर करीला मेला में पिछले वर्ष से ज्यादा भीड़ होने का अनुमान है। ट्रस्ट के मुताबिक रंगपंचमी के दौरान विवाह आयोजन थे और लोग फसलों की कटाई में व्यस्त थे, इससे रंगपंचमी मेले में अनुमान से कम श्रद्धालु आए थे, लेकिन अब खेती के काम से ज्यादातर लोग फ्री हो चुके हैं, इससे इस मेले में भीड़ बढ़ने का अनुमान है, क्योंकि इस मेले में बाहर के श्रद्धालुओं की वजाय जिले के लोगों की भीड़ ज्यादा होती है। वहीं हर पूर्णिमा पर भी करीला में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ रही है।