बता दें कि यह घटना अमरोहा जिले के जोया कस्बे की है। मोहल्ला जामा मस्जिद निवासी शाहवेज गुरुवार की शाम नगर पंचायत कार्यालय के पास स्थित अपनी दुकान पर बैठा था। इसी बीच नगर पंचायत कर्मी धर्मपाल दुकान के बाहर सफार्इ करने पहुंचा। बताया जा रहा है कि शाहवेज की बाइक दुकान के बाहर खड़ी थी। जब धर्मपाल ने उससे बाइक हटाने को कहा तो दोनों के बीच गाली-गलौच शुरू हो गर्इ। यह देख अन्य दुकानदारों ने जैसे-तैसे मामला शांत कराया। वहीं शुक्रवार दोपहर को धर्मपाल अपने साथियों संग घटना की शिकायत करने नगर पंचायत कार्यालय पहुंचा था। आरोप है कि इसी बीच शाहवेज भी अपने दर्जनभर साथियों को लेकर कार्यालय में घुस गया आैर पांच सफार्इ कर्मियों को खींचकर पहले बाहर निकाला। इसके बाद सफार्इ कर्मियों को बेरहमी से पीटा गया। इतना ही नहीं उनके सिर के बाल तक उखाड़ दिए गए। मारपीट का शोर सुनकर मौके पर पहुंचे अन्य दुकानदारों ने जैसे-तैसे मामला शांत कराया।
इस घटना के बाद पीड़ित सफार्इ कर्मियों के परिजन भी आ गए। जहां से सभी लोग पुलिस चौकी रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे। इसी बीच शाहवेज पक्ष के लोग भी पुलिस चौकी पहुंच गए आैर फिर देखते ही देखते दोनों पक्षों में मारपीट शुरू हो गर्इ। इस दौरान पुलिसकर्मियों ने दोनों पक्षों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन मामला बढ़ता देख वे भी चौकी से भाग खड़े हुए। इसके बाद दाेनों पक्षों ने पुलिस चौकी में भी जमकर तोड़फोड़ की। वहीं चौकी में तोड़फोड़ की सूचना मिलते ही एसपी विपिन ताडा, एसपी बृजेश सिंह आैर सीआे जितेंद्र सिंह भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। फिलहाल पुलिस ने एक आरोपी शहजाद को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं घायल सफार्इ कर्मियों को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया है।