बता दें कि रहरा थाना क्षेत्र के एक गांव के ग्रामीण के मुताबिक रविवार रात उनकी 14 वर्षीया छोटी बहन टॉयलेट के लिए उठी तो किसी ने दरवाजे पर आवाज लगाई। उसने दरवाजा खोला तो वहां खड़े दो लोग उसे जंगल में ले गए और पिटाई कर तेजाब उड़ेल दिया। किशोरी बुरी तरह झुलस गई। वह किसी तरह घर पहुंची और घटनाक्रम की जानकारी दी। आनन-फानन में परिजन पुलिस को सूचना दिए बिना उसे मेरठ के निजी अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सक ने मामले को पुलिस केस बताकर कहीं और ले जाने का सुझाव दिया। सोमवार दोपहर चार बजे किशोरी को रहरा थाने लाया गया, जहां से प्राथमिक इलाज के बाद हॉयर सेंटर रेफर किया गया।
किशोरी के भाई ने थाने में दो अज्ञात लोगों के खिलाफ अगवा कर तेजाब फेंकने की बाबत तहरीर दी। हालांकि, शाम होते-होते तहरीर बदलकर गांव के पिता-पुत्र को आरोपी बना दिया। उसका का कहना है कि 2020 में उसके ताऊ का मर्डर हुआ था जिसके बाद से आरोपी-पिता पुत्र से रंजिश चली आ रही है। एसपी कुंवर अनुपम सिंह ने बताया कि पिता-पुत्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। किशोरी गांव के स्कूल में कक्षा आठ की छात्रा है। पुलिस की निगरानी में उसका इलाज मेरठ के निजी अस्पताल में कराया जा रहा है। आरोपी पिता-पुत्र को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।